विज्ञान

NASA: अगले हफ्ते पृथ्वी के पास से निकलेगा Asteroid 441987, जानें कितना है खतरनाक

Gulabi
14 Jun 2021 4:45 PM GMT
NASA: अगले हफ्ते पृथ्वी के पास से निकलेगा Asteroid 441987, जानें कितना है खतरनाक
x
पृथ्वी के पास से निकलेगा Asteroid 441987

वॉशिंगटन: अगले हफ्ते एक विशाल ऐस्टरॉइड धरती के करीब से गुजरने वाला है। 441987 (2010 NY65) नाम का ऐस्टरॉइड न्यूयॉर्क के स्टैच्यू ऑफ लिबर्टी का दोगुना 187 मीटर लंबा है। यह 13.4 किलोमीटर प्रति सेकंड की रफ्तार से अंतरिक्ष में चल रहा है। अनैलेसिस के मुताबिक यह ऐस्टरॉइड 25 जून को धरती के करीब से गुजरेगा।

तब यह धरती और चांद की दूरी से 15 गुना ज्यादा दूरी पर होगा। यह सुनने में तो काफी दूर लगता है लेकिन फिर भी इसे नियर अर्थ ऑब्जेक्ट (NEO) की श्रेणी में रखा जाता है।
प्री-प्रिंट जर्नल Arxiv में छपी इस रिसर्च में बताया गया है कि यह ऑब्जेक्ट एक विशाल मॉलिक्युलर बादल (GMC) से पैदा हुआ था। यहीं से हाइड्रोजन जैसे मॉलिक्यूल बनते हैं। ज्यादातर दूसरी जगहों पर सिर्फ आयनाइज्ड गैस होती है। ब्रह्मांड में हाइड्रोजन सबसे ज्यादा मात्रा में पाई जाती है लेकिन हाइड्रोजन की बर्फ दुर्लभतम ही होती है। इसे GMC जैसी जगहों पर ही ऐसा तापमान मिलता है।
स्टडी में वैज्ञानिकों ने कहा है कि अगर ऐसा कोई फिजिकल असोसिएशन मुमकिन है तो हम उम्मीद करती हैं कि Oumuamua का रास्ता उससे होकर गुजरेगा। इस बात से कोई फर्क नहीं पड़ेगा कि अगर यह एक धूमकेतु जैसा ऑब्जेक्ट प्रोटोप्लैनेटरी डिस्क से निकला हो या GMC से ही बना हो.
एक्सपर्ट्स ने Carina-Near और Columba- इन दो असोसिएशन को ऐसा GMC बताया है जिनसे यह निकला हो सकता है। उनका कहना है कि Carina के दूसरे सदस्यों के साथ Oumuamua का मोशन तालमेल में है। दोनों GMC डीप स्पेस में धरती से 10-16 करोड़ लाइट इयर दूर हैं। इसके आकार के आधार पर जमी हुई हाइड्रोजन से बने होने का संकेत भी मिलता है। यह सिगार जैसा दिखता था। उनका यह भी कहना है कि हाइड्रोजन आइस के कारण इसे इतनी तेज गति से बढ़ने के लिए सिर्फ कुछ ही मात्रा की जरूरत होगी। इससे पहले येल की रिसर्च में ही पाया गया था कि इसमें हाइड्रोजन आइस मौजूद थी।
इससे पहले हारवर्ड यूनिवर्सिटी के प्रफेसर Avi Loeb ने दावा किया था कि 19 अक्टूबर, 2017 को देखी गई स्पेस रॉक Oumuamua दरअसल एलियन लाइफ का सबूत थी। यूनिवर्सिटी ऑफ हवाई के PAN-STARRS1 टेलिस्कोप ने इसे देखा था। सिगार के आकार का ये ऑब्जेक्ट 1.96 लाख मील प्रतिघंटा की रफ्तार से धरती के करीब से गुजरा था और इसे धूमकेतु या ऐस्टरॉइड माना गया था। सबसे बड़ा दावा जो ऐवी इसके एलियन लाइफ के सबूत के तौर पर देते हैं, वह है सूरज के गुरुत्वाकर्षण का असर। उन्होंने बताया कि सूरज के करीब जाने पर स्पेस ऑब्जेक्ट्स की रफ्तार तेज हो जाती है और दूर जाने पर धीमी। हालांकि, Oumuamua के साथ ऐसा नहीं हो रहा था।
भविष्य में हो सकता है खतरा?
441987 (2010 NY65) को खतरनाक भी माना गया है। हालांकि, इससे धरती को अभी खतरा नहीं है लेकिन भविष्य में हो सकता है। दरअसल, किसी भी ऐस्टरॉइड के ऊपर दूसरे ग्रहों के गुरुत्वाकर्षण का असर होता है। इसकी वजह से उनका रास्ता बदल जाता है। वैज्ञानिकों का मानना है कि ऐसे ही पहले भी ऐस्टरॉइड और उनके टुकड़े धरती से टकरा चुके हैं।
इसके अलावा सूरज की गर्मी से पिघलने और फिर ठंडा होने पर रेडिएशन के उत्सर्जन से भी इनका रास्ता बदल सकता है। इसे Yarkovsky इफेक्ट कहते हैं। रेडिएशन की वजह से ऐस्टरॉइड पर फोर्स थ्रस्टर की तरह काम करती है।
Next Story