विज्ञान

सूर्य के सबसे करीब मौजूद बुध ग्रह के पास से गुजरा, खुलेंगे ग्रह के 'अनसुलझे राज'

Shiddhant Shriwas
2 Oct 2021 12:13 PM GMT
सूर्य के सबसे करीब मौजूद बुध ग्रह के पास से गुजरा, खुलेंगे ग्रह के अनसुलझे राज
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BepiColombo mission: BepiColombo मिशन यूरोपीय अंतरिक्ष एजेंसी (Esa) और जापानी अंतरिक्ष एजेंसी (Jaxa) का संयुक्त अभियान है.

जनता से रिश्ता वेबडेस्क । यूरोप (Europe) का BepiColombo मिशन (BepiColombo mission) पहली बार सौरमंडल (Solar System) में सूर्य के सबसे करीब मौजूद बुध ग्रह (Mercury) के पास से गुजरा है. मिशन के दौरान स्पेसक्राफ्ट बुध ग्रह के 200 किमी ऊपर से गुजरा. इसके बाद ये गहरे अंतरिक्ष की ओर बढ़ गया.


BepiColombo मिशन के कंट्रोलर ऐसे पांच फ्लाईबाई करने वाले हैं. इसका लक्ष्य Bepi को इतना धीमा करना है, ताकि इसे ग्रह की स्थिर कक्षा में स्थापित किया जा सके. ऐसा 2025 तक होने की संभावना है.


बुध ग्रह के पास हुए इस पहले फ्लाईबाई के दौरान ग्रह के पास सबसे करीबी अप्रोच शुक्रवार रात 11.34 बजे हुआ. इस दौरान स्पेसक्राफ्ट धरती पर ग्रह की तस्वीरों को भेजने के लिए काम कर रहा था. लेकिन इसके लिए हाई-रेजोल्यूशन वाले कैमरों की मदद नहीं ली गई. दरअसल, ऐसा इसलिए क्योंकि अभी इन कैमरों को स्पेसक्राफ्ट के भीतर ही रखा गया गया है. इन कैमरों को जहां रखा गया है, उसे स्पेसक्राफ्ट का स्टैक कहा जाता है.

Bepi में एक ही स्पेसक्राफ्ट के भीतर दो स्पेसक्राफ्ट है. इसका एक हिस्सा यूरोपीय अंतरिक्ष एजेंसी (Esa) द्वारा तैयार किया गया है, जबकि दूसरा हिस्सा जापानी अंतरिक्ष एजेंसी (Jaxa) द्वारा विकसित किया गया है. जिस तरह से इन दोनों स्पेसक्राफ्ट को एक साथ जोड़ा गया है, वो मुख्य कैमरों के एपर्चर को बाधित करते हैं.

इसका मतलब ये है कि मिशन द्वारा मिली पहली कुछ तस्वीरों को मॉनिटरिंग या इंजीनियरिंग के लिए स्पेसक्राफ्ट के बाहर लगाए गए कैमरों द्वारा लिया गया है. तीन सिंपल ब्लैक-एंड-व्हाइट तस्वीरों को तड़के पृथ्वी पर भेजा गया है. वैज्ञानिकों को सतह पर कुछ परिचित विशेषताओं को देखने की उम्मीद है.

ब्रिटेन के ओपन यूनिवर्सिटी में प्लैनेटरी जियोसाइंस के प्रोफेसर डेव रोथरी ने कहा कि मुझे लगता है कि हम कुइपर क्रेटर को पहचान लेंगे. ये चमकीला है और इसमें इजेक्टा किरणें हैं. उन्होंने कहा, हमें फिलहाल इंतजार करना होगा. हमें अब इन छोटे कैमरों की ताकत का पता चलेगा.

यूरोपियन स्पेस एजेंसी ने कहा है कि एक बार फ्लाईबाई से मिलने वाली सभी तस्वीरें हासिल हो जाएंगी तो एक छोटी फिल्म बनाई जाएगी. इसे सोमवार को रिलीज किया जाएगा. भले ही स्पेसक्राफ्ट के उपकरणों को 2025 में मिशन के ठीक तरह से ऑर्बिट में आने तक इंतजार करना पड़ेगा. लेकिन Esa और Jaxa के हिस्सों को अलग कर दिया गया हो, फिर भी इस फ्लाईबाई के दौरान कुछ डेटा लेना बाकी है.

BepiColombo मिशन का अगला फ्लाईबाई अगले साल जून में किया जाएगा. वहीं, जून 2023, सितंबर 2024, दिसंबर 2024 और जनवरी 2025 में आगे के अन्य फ्लाईबाई किए जाएंगे. BepiColombo मिशन 2026 में पूरी तरह से साइंस ऑपरेशन की शुरुआत करेगा.


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