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जनता से रिश्ता वेबडेस्क। हमारे सौरमंडल (solar system) का सबसे छोटा ग्रह बुध (smallest planet mercury) ने बीते साल सूरज का पारगमन (ट्रांजिट) पूरा कर लिया। अब वह सूरज के इतने करीब साल 2032 में ही आ पाएगा। इस खगोलीय घटना के दौरान सूरज की आभा पर एक काले सूक्ष्म बिंदू के रूप में नजर आने वाले बुध ने 5.5 घंटे के चुंबकीय खिंचाव के कारण सौर disc (solar disc) से दूर होता चला गया। इस खगोलीय घटना को देखने के लिए दुनिया भर में वैज्ञानिकों और छात्रों ने टेलीस्कोप और विशेष चश्मों का उपयोग किया था। यूं तो बुध का व्यास हमारे चंद्रमा के व्यास से आकार में करीब 1406.74 किमी (874 मील) बड़ा है। लेकिन पृथ्वी से बहुत दूर स्थित होने के कारण यह जब सूरज के सामने से गुजरा तो इसने सूरज के प्रकाश का एक बहुत छोटा हिस्सा ही छिपाया। यही एक ग्रहण और पारगमन में सबसे बड़ा अंतर है।
अंतरिक्ष के गुरुत्त्वाकर्षण से दूर हुआ बुध अब 2032 में सूरज से मिल सकेगा
बुध का यह पारगमन प्रति शताब्दी 13 बार होता है। अगला पारगमन 13 नवंबर, 2032 को होगा। बुध पारगमन आमतौर पर मई या नवंबर में ही होता है। क्योंकि इसी दौरान पृथ्वी बुध की कक्षा की सीध में संरेखित होती है। इससे पहले 2004 और 2012 में, पृथ्वी का शुक्र ग्रह के साथ भी पारगमन हो चुका है। शुक्र का अगला पारगमन अब 2117 से पहले नहीं होगा।