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जनता से रिश्ता वेबडेस्क। कार्तिक पूर्णिमा 30 नवंबर को है। इस दिन का हिंदू धर्म में बड़ा ही महत्व है, इस दिन किया गया दान, पुण्य और धर्म-कर्म मनुष्य के अनेक जन्मों तक काम आता है। इस वर्ष कार्तिक पूर्णिमा का महत्व और भी बढ गया है क्योंकि इस दिन साल का अंतिम चंद्रग्रहण लगने जा रहा है। सबसे बड़ी बात तो यह है कि यह चंद्रग्रहण भारत के कुछ हिस्सों में आंशिक रूप से देखा भी जा सकेगा। लेकिन यह चंद्रग्रहण उपछाया चंद्रग्रहण होगा जिससे इसके सूतक का विचार नहीं होगा और सभी धार्मिक कार्य किए जा सकेंगे। लेकिन ग्रहण योग में किया गया दान पुण्य और शुभ कर्म सामान्य दिनों की अपेक्षा अधिक फलदायी होगा।
ऐसा रहेगा कार्तिक पूर्णिमा पर लगने वाला ग्रहण
कार्तिक पूर्णिमा के दिन लगने जा रहा साल का अंतिम चंद्रग्रहण एक उपछाया चंद्रगहण होगा। इस चंद्रग्रहण के दौरान चंद्रमा का बिंब कहीं से काला नहीं होगा बल्कि चंद्रमा की आभा कुछ समय के लिए मलिन हो जाएगी। अक्सर जब चंद्रग्रहण लगता है तो पहले चंद्रमा इस स्थिति से गुजरता है फिर चंद्रमा का बिंब काला दिखने लगता है। लेकिन इस ग्रहण में चंद्रमा का बिंब काला होने से पहले ही ग्रहण समाप्त हो जाएगा। इसलिए इसे ग्रहण नहीं उपछाया ग्रहण कहा जाएगा।
धर्मग्रंथों में उपछाया ग्रहण का महत्व
धर्मगंथों में उपछाया ग्रहण को ग्रहण नहीं माना गया है जिसके सूतक का विचार किया जाए। इसलिए उपछाया ग्रहण के दौरान मंदिरों के कपाट बंद नहीं होते, धर्म-कर्म, देवस्पर्श और पूजा पाठ किए जाते हैं। उपछाय़ा चंद्रग्रहण के प्रभाव भी बहुत अधिक नहीं होते हैं।
कार्तिक पूर्णिमा को चंद्रग्रहण का समय
कार्तिक पूर्णिमा को लगने वाले चंद्रग्रहण का स्पर्श दिन में 1 बजकर 2 मिनट पर होगा।
ग्रहण का मध्य शाम 3 बजकर 13 मिनट पर होगा।
ग्रहण का मोक्ष शाम 5 बजकर 23 मिनट पर होगा।
यह चंद्रग्रहण भारत के कई हिस्सों में चंद्रोदय से पहले ही समाप्त हो जाएगा इसलिए देश के कुछ हिस्सों में जहां चंद्रोदय शाम 5 बजकर 23 मिनट से पहले होगा वहां ग्रस्तोदय के रूप में चंद्रग्रहण देखा जा सकेगा। अन्य स्थानों पर इस ग्रहण को लोग देख नहीं पाएंगे।
कहां दिखेगा कार्तिक पूर्णिमा का चंद्रग्रहण
कार्तिक पूर्णिमा को लगने वाला चंद्रग्रहण भारत में कोलकाता, असम, अरुणाचल, त्रिपुरा, बिहार, झारखंड सहित अन्य उत्तर पूर्वी एवं मध्य पूर्वी भारत में दिखाई देगा। भारत के अलावा यह चंद्रग्रहण पाकिस्तान, ईरान, ईराक, अफगानिस्तान, इंग्लैंड, आयरलैंड, नार्वे, अमेरिका, स्वीडन, फिनलैंड सहित प्रशांत महासागर क्षेत्र में दिखेगाकार्तिक पूर्णिमा पर लगा है चंद्रग्रहण का साया,