विज्ञान

गेंद का आकार लेने वाला रोबोट चांद पर भेजेगा जापान, जानें रोचक वजह

Triveni
31 May 2021 5:28 AM GMT
गेंद का आकार लेने वाला रोबोट चांद पर भेजेगा जापान, जानें रोचक वजह
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अंतरिक्ष अनुसंधान में चंद्रमा (Moon) का सबसे प्रमुख स्थान माना जाता है.

जनता से रिश्ता वेबडेस्क | अंतरिक्ष अनुसंधान में चंद्रमा (Moon) का सबसे प्रमुख स्थान माना जाता है. हाल के कुछ सालों में चंद्रमा तक मानव को फिर से पहुंचाने से लेकर वहां के संसाधनों के उत्खनन के नियम कानूनों तक की बात होने लगी है. अमेरिका, चीन, यूरोप, रूस सहित कई देश चंद्रमा पर अपने अभियान भेजने की तैयारी में लगे हैं. अब जापान (Japan) की स्पेस एजेंसी जाक्सा (JAXA) चंद्रमा पर एक बेसबॉल के आकार का रोबोट (Transformable Robot) भेजने की तैयारी कर रही है

अभी तक चंद्रमा (Moon) पर अमेरिकी स्पेस एजेंसी नासा (NASA) के अलावा चीन के रोवर चंद्रमा पर जा चुके हैं. जापान (Japan) की जाक्सा भी नासा और भारत के इसरो के साथ मिलकर अलग अलग रोवर चंद्रमा तक भेजने की तैयारी कर रहा है. जाक्सा जापान की टोयटा कंपनी एक ऐसा रोवर बना रही है जिसके अंदर चंद्रमा जाने वाले यात्री आसानी रह सकें. वहीं जाक्सा इस गेंद के आकार के छोटे से रोवर को अगले साल चद्रमा पर भेजने की तैयारी में है जो वहां की मिट्टी के आंकड़ों को जमा करेगा.
उम्मीद की जा रही है कि इस रोवर (Rover) से जमा किए गए आंकड़े जाक्सा (JAXA) की बड़े इंसानों के लिए बनाए जाने वाले रोवर की डिजाइन में मदद करेंगे. यह गेंद के आकार का रोबोट (Robot Rover) जाक्सा केसाथ टोमी कंपनी लिमिटेड, सोनी ग्रुप कॉर्पोरेशन और दोशीशा यूनिवर्सिटी मिल कर बना रही हैं. इस रोवर को जापान की लूनार एक्सप्लोरेशन कंपनी आईस्पेस अपने व्यवसायीक हाकुतो लैंडर के जरिए भेजेगी.
यह ट्रांस्फॉर्मेशन लूनार रोबोट (Transformable Robot) बहुत ही संकुचित और बहुत ही हलका रोबोट होगा जो चंद्रमा (Moon) के मुश्किल हालातों में विचरण कर सकेगा. इसका व्यास केवल 8 सेमी होगा. चंद्रमा की सतह पर पहुंचने के बाद 250 ग्राम का यह रोबोट खुद को एक गाड़ी में बदल देगा जिससे वह लुढ़कने के जगह दौड़ सकेगा. इसमें बहुत सारे वैज्ञानिक उपकरण लगे होंगे. जापानी खिलौना बनाने वाली कंपनी टॉमी इस उपकरणों के छोटा संस्करण को बॉल के आकार में फिट करना सुनिश्चित करेगी.
जाक्सा (JAXA) के मुताबिक जहां रोबोट चंद्रमा (Moon) की सतह पर विचरण कर सकते हैं. चंद्रमा की मिट्टी (Regolith) की तस्वीरें और रोबोट और लैंडर के कैमरे द्वारा ली गई तस्वीरें लैंडर के जरिए अभियान के नियंत्रण कक्ष तक भेजी जाएंगी. चंद्र
रोबोट (Robot) भविष्य के चंद्र अभियानों के लिए एक सक्रिय भूमिका निभा सकता है. जाक्सा (JAXA) भविष्य में में चंद्रमा (Moon) में लैंडिंग की संभावनाओं को अध्ययन जारी रखेगा जिसेस अंतरराष्ट्रीय स्तर पर अंतरिक्ष अन्वेषण को तकनीकी सहायता मिलती रहे. जाक्सा भारत के चंद्रयान 3 में भी मदद करेगा. साल 2019 में भारत के चंद्रयान दो अभियान के साथ एक रोवर और एक लैंडर भेजा गया था जिसकी लैंडिंग असफल हो गई थी.


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