विज्ञान

क्या समुद्र के नीचे है परग्रहियों का अड्डा...अमेरिकी आर्मी ने खींची UFO की तस्‍वीरें

Gulabi
5 Dec 2020 12:23 PM GMT
क्या समुद्र के नीचे है परग्रहियों का अड्डा...अमेरिकी आर्मी ने खींची UFO की तस्‍वीरें
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अमेरिकी सेना को अटलांटिक महासागर के ऊपर क्‍यूब के आकार की एक रहस्‍यमय वस्‍तु उड़ते हुए नजर आई

जनता से रिश्ता वेबडेस्क। अमेरिकी सेना को अटलांटिक महासागर के ऊपर क्‍यूब के आकार की एक रहस्‍यमय वस्‍तु उड़ते हुए नजर आई है। UFO पर अमेरिकी रक्षा मंत्रालय की लीक हुई दो गोपनीय रिपोर्टों में इस रहस्‍यमय वस्‍तु की तस्‍वीरें सामने आई हैं। एक लीक फोटो में चांदी के रंग में क्‍यूब जैसी यह वस्‍तु अटलांटिक महासागर के ऊपर उड़ान भरती नजर आई थी। बताया जा रहा है कि UFO के दिखने की यह घटना वर्ष 2018 और इस साल गर्मियों की है। इन तस्‍वीरों को अमेरिका के खुफिया संगठनों के बीच बड़े पैमाने पर शेयर किया गया था। इस पूरी रिपोर्ट को अनाइडेन्टफाइड एरियल फेनोमेना (UAP) टास्‍क फोर्स ने तैयार किया था। आइए जानते हैं क्‍या है पूरा मामला.....

UFO को लेकर अमेरिका सरकार बहुत गंभीर

UAP की रिपोर्ट में कहा गया है कि यह रहस्‍यमय ऑब्‍जेक्‍ट समुद्र से निकला और आकाश में चक्‍कर लगाने लगा। साथ ही कहा गया है कि इस वस्‍तु के परग्रही होने की संभावना को खारिज नहीं किया जा सकता है। ब्रिटिश विशेषज्ञ निक पोप ने डेलीमेल को बताया कि अमेरिकी रिपोर्ट में परग्रहियों को लेकर यह खुलासा असाधारण है। इसने पर्दे के पीछे चल रही चीजों के बारे में न केवल जनता को जानकारी दी है, बल्कि यह बताया है अ‍मेरिकी सरकार किस तरह से UFO के साथ निपट रही है। उन्‍होंने कहा, 'इस खुलासे से यह पता चलता है कि अमेरिका सरकार UFO के बारे में इतना ज्‍यादा गंभीरता से सोच रही है जितना इससे पहले उसने कभी नहीं सोचा था।'

समुद्र के ऊपर 30 हजार फुट पर उड़ रही थी 'उड़न तश्‍तरी'
निक ने कहा कि उन्‍हें आशा है कि जल्‍द ही और ज्‍यादा अहम खुलासे हो सकते हैं। इस खुलासे पर अमेरिकी रक्षा मंत्रायल ने अभी कोई बयान नहीं दिया है। ये लीक फोटो सबसे पहले द डीब्रीफ में प्रकाशित हुए थे। इसमें रक्षा मंत्रालय और खुफिया सूत्रों का हवाला दिया गया था। सूत्रों ने बताया कि लीक हुए फोटो को वर्ष 2018 में अमेरिका के पूर्वी तट पर एक अमेरिकी वायुसेना के पायलट ने सेलफोन के कैमरे से खींचा था। इन तस्‍वीरों को पहले 'अज्ञात चांदी के रंग की और क्‍यूब के आकार की वस्‍तु करार दिया गया था। यह रहस्‍यमय 'उड़न तश्‍तरी' समुद्र के ऊपर 30 हजार से 35 हजार फुट की ऊंचाई पर उड़ रही थी।

तस्‍वीरों ने अमेरिकी रक्षा मंत्रालय को बड़े चक्‍कर में डाला

इन तस्‍वीरों को देखकर लग रहा है कि इसे F/A-18 फाइटर जेट के पिछली सीट पर बैठे पायलट ने खींचा है। इन तस्‍वीरों को देखकर विशेषज्ञ भी चकित हैं। उनका कहना है कि यह रहस्‍यमय वस्‍तु एक जीपीएस डॉपसोंडे डिवाइस की तरह लग रही है जिसे चक्रवाती तूफान आने पर विमान से गिराया जाता है। हालांकि इन तस्‍वीरों में जीपीएस ट्रांसपोंडर नहीं है। यही नहीं जीपीएस डॉपसोंडे विमान से छोड़े जाने के बाद पृथ्‍वी की ओर 10 से 12 मीटर प्रति सेकंड की रफ्तार से गिरता है जबकि यह रहस्‍यमय वस्‍तु आकाश के चक्‍कर लगा रही थी। कुछ विशेषज्ञ यह भी कह रहे हैं कि यह वस्‍तु मौसम का पता करने के लिए छोड़े जाने वाला गुब्‍बार भी हो सकता है। इन दावों के बीच रहस्‍यमय वस्‍तु की तस्‍वीरों ने अमेरिकी रक्षा मंत्रालय को बड़े चक्‍कर में डाल दिया है।

​हवा, पानी दोनों में उड़ सकती है 'एलियन्‍स' की 'उड़न तश्‍तरी'!

अमेरिकी रक्षा मंत्रालय की रिपोर्ट में कहा गया है कि इस बात की काफी संभावना है कि यह रहस्‍यमय वस्‍तु 'एलियन' या 'इंसानों के द्वारा नहीं बनाई गई' वस्‍तु हो सकती है। बाद में आई संशोधित रिपोर्ट में कहा गया है कि इस अज्ञात वस्‍तु के आसानी से हवा और पानी के अंदर उड़ने की पूरी संभावना है। यह वस्‍तु बहुत तेजी से समुद्र के अंदर से निकल सकती है और अविश्‍वस‍नीय रफ्तार से हवा में उड़ सकती है। तस्‍वीरों में नजर आ रहा है कि यह अज्ञात वस्‍तु समुद्र से निकलती है और हवा उड़ गई। इस वस्‍तु के हर कोने से सफेद लाइट न‍िकल रही थी। देखने में यह त्रिकोण के आकार का विमान नजर आ रहा था। इससे पहले अमेरिकी नौसेना के कमांडर डेविड फ्रेवर ने वर्ष 2017 में दावा किया था कि उन्‍होंने प्रशांत महासागर में वर्ष 2004 में एक रहस्‍यमय वस्‍तु को पानी के अंदर से निकलते देखा था। जब उन्‍होंने इसका पीछा करने का प्रयास किया तो यह बहुत तेजी से आंखों के सामने से ओझल हो गई।


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