विज्ञान

अपना रास्ता भूल जाए अंतरिक्ष स्पेसक्राफ्ट तो वो धरती पर कैसे लौटेगा वापस, जानिए क्या है तरीका

Apurva Srivastav
28 May 2021 9:42 AM GMT
अपना रास्ता भूल जाए अंतरिक्ष स्पेसक्राफ्ट तो वो धरती पर कैसे लौटेगा वापस, जानिए क्या है तरीका
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अमेरिका स्पेस एजेंसी NASA समेत दुनियाभर की अंतरिक्ष एजेंसियां अंतरिक्ष में अपने-अपने स्पेसक्राफ्ट भेजती रहती हैं

अमेरिका स्पेस एजेंसी NASA समेत दुनियाभर की अंतरिक्ष एजेंसियां अंतरिक्ष में अपने-अपने स्पेसक्राफ्ट (Spacecraft) भेजती रहती हैं. ऐसे में सवाल उठता है कि अगर कोई स्पेसक्राफ्ट अपना रास्ता भूल जाए तो वो धरती (Earth) पर वापस कैसे लौटेगा. ऐसे में हमें अंतरिक्ष की गहराइयों को नापने से पहले एक विश्वसनीय सिस्टम की जरूरत होगी. हाल ही में इसके लिए एक नया सिस्टम बताया गया है, जो ये है कि एस्ट्रोनोट दो सितारों के जरिए एक ग्लैक्टिक रेफरेंस बना सकते हैं. बता दें कि अपने सौरमंडल के भीतर हम पृथ्वी पर प्रयोग किए जाने वाले नेविगेशन का इस्तेमाल करते हैं.

लेकिन अगर मानव जाति को अंतरिक्ष की गहराइयों को ठीक ढंग से नापना है तो उसे एक नए नेविगेशन अप्रोच की जरूरत होगी. अभी मौजूद सिद्धांतों के मुताबिक, स्पेसक्राफ्ट के भीतर घड़ियां और जाइरोस्कोप सिस्टम लगाना होगा. लेकिन जब हम इंटरस्टेलर मिशन (Interstellar Mission) दशकों तक चलने वाला मिशन होगा, ऐसे में छोटी सी गलती भी भारी पड़ सकती है. अगर अंतरिक्ष में स्पेसक्राफ्ट के नेविगेशन में कोई गलती हुई, तो वह रास्ते से भटक जाएगा. इसलिए एक बेहतर नेविगेशन सिस्टम तैयार करना होगा.
अंतरिक्ष में खोने पर वापस लौटने का पहला तरीका
ऐसे से अंतरिक्ष में रास्ता भटकने पर घर लौटने का पहला तरीका है 'पल्सर' (Pulser) का इस्तेमाल करना. पल्सर अंतरिक्ष में टिमटिमाते हुए नजर आते हैं. हर पल्सर का एक यूनिक रोटेशन पीरियड होता है, इस तरह इनके टिमटिमाने का इस्तेमाल अंतरिक्ष मिशन के लिए एक सिग्नल वाले स्तंभ के तौर पर किया जा सकता है. हालांकि, ये सिर्फ हमारे सौरमंडल के दायरे में ही काम करेगा, क्योंकि गहरे अंतरिक्ष में बढ़ने पर धूल की वजह से ये दिखाई देना बंद हो जाएंगे और रास्ता भटकने का खतरा बढ़ जाएगा.
इस तरीके के जरिए भी लौट सकते हैं घर
अंतरिक्ष यात्रा के लिए पूरी तरह से 'पल्सर' तरीके पर निर्भर नहीं रहा जा सकता है. ऐसे में स्पेसक्राफ्ट को एक सरल और विश्वसनीय नेविगेशन सिस्टम की जरूरत होगी. ऐसे में नेविगेशन के लिए सबसे आसान तरीका खुद तारें ही हैं. इसके लिए एक प्राचीन तरीका है, जिसे अपनाया जा सकता है. इस तरीके को 'पैरेलैक्स' (Parallax) कहा जाता है. पैरेलैक्स उस प्रभाव को कहा जाता है, जिसमें किसी वस्तु की स्थिति या दिशा अलग-अलग स्थितियों से देखने पर अलग मालूम होती है. लेकिन वह वस्तु एक ही जगह बरकरार होती है. इस तकनीक के जरिए स्पेसक्राफ्ट घर का रास्ता तलाश कर सकता है.


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