विज्ञान

अंतरिक्ष में कैसे पैदा होते हैं सितारे, जेम्स वेब टेलीस्कोप ने खींची हैरान करने वाली फोटो

Subhi
18 Nov 2022 3:08 AM GMT
अंतरिक्ष में कैसे पैदा होते हैं सितारे, जेम्स वेब टेलीस्कोप ने खींची हैरान करने वाली फोटो
x
जेम्स वेब स्पेस टेलीस्कोप ने एक बार फिर अंतरिक्ष की हैरान करने वाली तस्वीर खींची है। बुधवार को जेम्स वेब के ट्विटर अकाउंट से नई तस्वीर जारी की गई। जेम्स वेब ने एक सितारे के जन्म की खूबसूरत तस्वीर खींची है।

जेम्स वेब स्पेस टेलीस्कोप ने एक बार फिर अंतरिक्ष की हैरान करने वाली तस्वीर खींची है। बुधवार को जेम्स वेब के ट्विटर अकाउंट से नई तस्वीर जारी की गई। जेम्स वेब ने एक सितारे के जन्म की खूबसूरत तस्वीर खींची है। इस सितारे की ये अब तक की सबसे हैरान करने वाली तस्वीर है। सितारे का नाम L1527 है, जो धूल के बादलों से घिरा है। इन बादलों को सिर्फ इन्फ्रारेड रोशनी में ही देखा जा सकता है। तस्वीर में दिख रहा है कि सितारा केंद्र में है और उसके बनने के दौरान गैस और धूल निकल रही है।

नासा ने कहा कि देखने में ये सितारा रेत की घड़ी जैसा दिखता है। जेम्स वेब ने अपने इन्फ्रारेड कैमरे से देखा है कि इससे नारंगी और नीले रंग की रोशनी निकल रही है। यूरोपीय स्पेस एजेंसी के मुताबिक अभी तक इस सितारे की ऐसी तस्वीर कभी नहीं आई है। गैस और धूल की घूमती डिस्क के कारण यह सितारा अभी तक अंधेरी दुनिया में था। नासा की ओर से जारी एक बयान में कहा गया कि नीले रंग का हिस्सा सबसे पतली धूल है। नारंगी रंग की रोशनी में धूल सबसे मोटी है।

NASA के मुताबिक सितारे का जन्म पूरी तरह नहीं हो सका है। यह एक प्रोटोस्टार है जो सिर्फ 1 लाख साल पहले पैदा हुआ है। ये सितारा इतना नया है कि अभी तक यह खुद की एनर्जी को नहीं बना सका है। बयान में कहा गया है कि सितारे के आसपास कि डिस्क लगभग हमारे सौर मंडल के बराबर है। यह डिस्क प्रोटोस्टार को तब तक सामग्री देगी जब तक इसमें न्यूक्लियर फ्यूजन न शुरू हो जाए। बयान में कहा गया कि L1527 को देख कर हम समझ सकते हैं कि हमारा सूर्य किस तरह शुरूआती दौर में बना होगा।

यह प्रोटोस्टर टॉरस मॉलिक्यूलर क्लाउड में मौजूद है, जो पृथ्वी से लगभग 430 प्रकाश वर्ष दूर है। यह तारों की एक नर्सरी है, जहां सैकड़ों सितारे जन्म ले रहे हैं। जेम्स वेब स्पेस टेलीस्कोप जनवरी से ही काम कर रहा है। यह अब तक का सबसे शक्तिशाली टेलीस्कोप है। इसने अब तक कई अभूतपूर्व तस्वीरें खींच कर पूरी दुनिया और वैज्ञानिकों को हैरान किया है। इस टेलीस्कोप को 10 बिलियन अमेरिकी डॉलर की लागत से बनाया गया है।


क्रेडिट ; नवभारतटाइम्स

Next Story