- Home
- /
- अन्य खबरें
- /
- विज्ञान
- /
- हवन से वातावरण शुद्ध...
आकाश मंडल में सूर्य व पृथ्वी के भ्रमण से ऋतुएं बदलती हैं, भिन्न वायुमंडल निर्मित होते रहते हैं. जिससे सर्दी, गर्मी, नमी, वायु का भारीपन, हलकापन, धूल, धुंआ, इत्यादि वातावरण को प्रभावित करते रहते हैं. विभिन्न प्रकार के कीटाणुओं की उत्पत्ति, वृद्धि एवं समाप्ति का क्रम चलता रहता है. इसलिए समय-समय पर वायुमण्डल स्वास्थ्यकर होता है और कभी अस्वास्थ्यकर हो जाता है. आज समूचा विश्व कोरोना महामारी से त्राहि-त्राहि कर रहा है, कोरोना का विषाणु वातावरण से ही शरीर में प्रवेश कर रहा है. इस प्रकार के विषाणुओं की विकृतियों को दूर करने और अनुकूल वातावरण उत्पन्न करने के लिए हमारे पूर्वज प्राचीन ऋषि-मुनियों ने हवन के द्वारा वातावरण की शुद्धि की एक अप्रतिम युक्ति हमें प्रदान की है. हवन में ऐसी औषधियां, जड़ी-बूटियां और अन्न आहुति के रूप में प्रयुक्त की जाते हैं, जो इस उद्देश्य को भली प्रकार पूरा करती हैं. हवन के कई अन्य लाभ भी हैं.