विज्ञान

हर साल दिसंबर में दिखता है जेमिनिड्स उल्का वृष्टि का नजारा

Subhi
14 Dec 2022 3:14 AM GMT
हर साल दिसंबर में दिखता है जेमिनिड्स उल्का वृष्टि का नजारा
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यह साल का सबसे शानदार समय है...इसलिए नहीं कि क्रिसमस आ रहा है बल्कि इसलिए कि यह जेमिनिड उल्का वृष्टि का वक्त है। जेमिनिड साल की सबसे अच्छी उल्का वृष्टि होती है जो हर साल दिसंबर में आसमान की शोभा बढ़ाती है। य़ह एक पखवाड़े तक सक्रिय रहती है और 14 दिसंबर की शाम को चरम पर पहुंचेगी। इस उल्का वृष्टि के भव्य प्रकाश (आकाश में वह स्थान जहां से वे उत्पन्न होते हैं) को देखने के लिए किसी व्यक्ति को मिथुन (जेमिनी) तारामंडल की ओर देखना होगा, जिसके कारण इस वृष्टि को 'जेमिनिड्स' कहा जाता है।

इस बार जेमिनिड्स के अभूतपूर्व दृश्य में चांद दखल देगा। आधी रात के आसपास या उससे पहले (जहां आप रहते हैं उस पर निर्भर करता है) चांद की रोशनी इस अभूतपूर्व दृश्य को धो देगी। सामान्य उल्का वृष्टि के लिए यह घातक हो सकता है लेकिन जेमिनिड्स इतने अच्छे होते हैं कि चांद की चकाचौंध से लड़ते हुए भी वे शानदार दृश्य उपलब्ध करा सकते है। इसलिए कहां और कब आपको देखना चाहिए? और जेमिनिड्स कहां से आते हैं?

क्या है जेमिनिड्स का इतिहास?

जेमिनिड्स चट्टानी धूमकेतु के टुकड़े होते हैं। हमारा सौरमंडल मलबे से भरा हुआ है। इस मलबे में धूमकेतु और पृथ्वी के समीप क्षुद्रग्रह शामिल है जिनकी सूर्य के आसपास की कक्षाएं खुद पृथ्वी को पार करती हैं। धूमकेतु और क्षुद्रग्रह दोनों हमारे सितारे के आसपास घूमते हुए अंतरिक्ष में धूल और मलबा पैदा करते हैं। जेमिनिड्स का जन्म 3200 फेथॉन नामक एक क्षुद्रग्रह से हुआ है। फेथॉन पर चट्टानों का विस्तार होता है और वे गर्मी के संपर्क में आती हैं जो टूट कर अंतरिक्ष में मलबा पैदा करती हैं। हजारों वर्ष में यह मलबा फेथॉन की कक्षा के आसपास फैल गया है जिससे एक विशाल 'ट्यूब' बन गयी है।

कब देखने को मिलेगा सबसे अच्छा नजारा?

जब पृथ्वी सूर्य के निकट जाती है तो हर साल दिसंबर में हम इस मलबे से गुजरते हैं और हमारे वातावरण में इसके जलने से (हालांकि इसमें कोई आग नहीं होती) जेमिनिड उल्का वृष्टि होती है। तो 2022 में जेमिनिड्स को कहां और कब देखना चाहिए? इस पखवाड़े के ज्यादातर वक्त जेमिनिड्स सक्रिय होते हैं। उस समय पृथ्वी फेथॉन की मलबे की धारा के बाहरी क्षेत्रों से गुजरेगी, जहां धूल व्यापक रूप से फैलती है। लेकिन करीब 24 घंटे के लिए 14 दिसंबर की शाम को पृथ्वी उल्का धारा के सबसे घने हिस्से से गुजरेगी और तभी इस घटना का सबसे अच्छा दृश्य दिखेगा। इस साल इस दृश्य का दीदार करने का सबसे सही समय चंद्रमा उदय की घड़ी या उससे कुछ क्षण पहले हो सकता है।


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