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जनता से रिश्ता वेबडेस्क। तस्वीर में दिख रहा ये मेंढक (Frog) असल में सेक्स (Sex) के प्रयास में एक जूते पर चढ़ बैठा है. मेंढक के संबंध बनाने को एम्प्लेक्सस (Amplexus) कहा जाता है, एम्प्लेक्सस जिसे लैटिन में Embrace यानी आलिंगन कहते हैं. इसमें एक नर मेंढक संबंध बनाते हुए अपने सामने के पैरों से मादा मेंढक को पकड़ लेता है.
जब मेंढक संभोग के लिए मादा मेंढक नहीं बल्कि किसी भी चीज़ के साथ ऐसा व्यवहार करे, तो उसे गलत तरीके से निर्देशित एम्प्लेक्सस या 'मिसडायरेक्टेड एम्प्लेक्सस' (Misdirected Amplexus) कहा जाता है. जैसे कि मेंढक ने जूते के साथ किया.
शोधकर्ता ये सोचने को मजबूर हो गए कि मेंढक इस तरह का व्यवहार क्यों करते हैं. इसो लेकर एक शोध किया गया, जिसमें शोधकर्ता वास्तव में यह पता लगाने की कोशिश कर रहे हैं कि मेंढकों में गलत तरीके से निर्देशित एम्प्लेक्सस किस हद तक हैं और ऐसा क्या है जो इन जानवरों को ऐसा करने के लिए मजबूर करता है.
इकोलॉजी (Ecology) जर्नल में एक पेपर- फाइंडिंग लव इन ए होपलेस प्लेस: ए ग्लोबल डेटाबेस ऑफ मिसडायरेक्टेड एम्प्लेक्सस इन ऑरान्स (Finding love in a hopeless place: A global database of misdirected amplexus in anurans) प्रकाशित किया गया है, जिसमें मेंढकों के इस व्यवहार के बारे में विस्तार से बताया गया है.
अनुरान (Anurans) बिना पूंछ वाले उभयचर या एम्फीबियंस (amphibians) होते हैं जो गण अनुरा (Anura) से हैं. इसमें मेंढक और टोड शामिल होते हैं. इस शोध के जरिए शोधकर्ताओं ने मिसडायरेक्टेड एंप्लेक्सस की 378 घटनाओं के एक साथ दर्ज किया है. सेक्स के मामले में कनफ्यूज़ ये मेंढक और टोड 52 देशों से लिए गए थे.
शोधकर्ताओं ने मिसडायरेक्टेड एंप्लेक्सस के पिछले कई सालों के सभी रिकॉर्ड खंगाले (1920 से 2020 तक), जिसमें मेंढकों द्वारा किए गए ऐसे व्यवहार का जिक्र किया गया था, सभी को इकट्ठा किया गया और देखा गया कि किस साल में, किस महीने, किस समय मेंढकों ने ऐसा किया था.
शोध में पाया गया कि मेंढक (Frog) और टोड (Toad), उभयचर प्रजातियों के साथ 282 बार, मृत चीजों के साथ 46 बार और वस्तुओं या गैर-उभयचर प्रजातियों के साथ 50 बार ऐसा करते पाए गए. अमेरिका (America) और ब्राजील (Brazil) में मिसडायरेक्टेड एंप्लेक्सस की घटनाएं सबसे ज्यादा दर्ज की गई थीं.
शोधकर्ता फिलिप सी. सेरानो (Filipe C. Serrano) का कहना है कि मेंढक आपना साथी खोजने के लिए ध्वनिक (Acoustic) और दृश्य संकेतों (Visual Cues) का सहारा लेते हैं. हालांकि, यह प्रजातियों/समूह पर निर्भर करता है, क्योंकि कुछ प्रजातियां क्षेत्रीय हैं और इस तरह मादा को आकर्षित करने के लिए आवाजों का इस्तेमाल करती हैं. जबकि बाकी (जैसे टोड) प्रजनन की जगहों पर मादा के लिए खोज की रणनीति अपनाते हैं.
अपने साथी को खोजने में Misdirected Amplexus आमतौर पर खोज करने वाली प्रजातियों में देखे गए, जो आक्रामक रूप से प्रजनन करती हैं. सेरानो ने कहा कि इन्हें संबंध बनाने की इतनी जल्दी होती है कि ये पहले पकड़ लेने में यकीन रखते हैं. वे यह सुनिश्चित करना चाहते हैं कि उन्हें एक साथी मिल ही जाए. इसलिए जो पहली चीज उन्हें मादा की तरह नजर आती है वे उसपर चढ़ जाते हैं. क्योंकि उन्हें डर होता है कि अगर वे इस मामले में 'चूज़ी' हुए, तो वे मादा को खो देंगे और प्रजनन और संतान पैदा करने का मौका भी हाथ से चला जाएगा.
शोधकर्ताओं का कहना है कि जलवायु का इस व्यवहार पर असर पड़ सकता है. ज्यादा स्थिर पर्यावरणीय परिस्थितियों में, आक्रामक प्रजनन वाले थोड़े समय की तुलना में, प्रजातियों को साल भर प्रजनन के अवसर मिल सकते हैं.
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