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सबसे विचित्र जीव मिला, जिसका पिछला हिस्सा नहीं था...पर क्या ये इंसानों का पूर्वज था?

Rani Sahu
19 Aug 2022 7:07 PM GMT
सबसे विचित्र जीव मिला, जिसका पिछला हिस्सा नहीं था...पर क्या ये इंसानों का पूर्वज था?
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पांच साल पहले, चीन ने 54 करोड़ साल पुराने एक बेहद छोटे जीवाश्म का विश्लेषण कर, यह निष्कर्ष निकाला था कि यह नमूना एनिमल किंगडम की एक शाखा का सबसे पुराना उदाहरण था
पांच साल पहले, चीन ने 54 करोड़ साल पुराने एक बेहद छोटे जीवाश्म का विश्लेषण कर, यह निष्कर्ष निकाला था कि यह नमूना एनिमल किंगडम की एक शाखा का सबसे पुराना उदाहरण था, जिसे ड्यूटेरोस्टोम (deuterostomes) कहा जाता है. स्टारफिश, क्रिनोइड जैसी चीजें इसी के अंतर्गत आती हैं और सभी कशेरुकी (vertebrates) भी.
नेचर जर्नल में प्रकाशित हुए शोध के मुताबिक, सैकोरहाइटस कोरोनरियस (Saccorhytus coronarius) नाम के इस जीव का आकार एक चावल के दाने से थोड़ा ही बड़ा है. इस जीव के पास पिछला हिस्सा भी नहीं था जिससे वो मल त्याग करता हो. यह थैली जैसा दिखता था जिसपर एक उबड़-खाबड़ मुंह था. हालांकि, इसके मुंह के आसपास सिलवटें और छेद दिखते थे. जिनके बारे में कहा गया है कि वे आगे चलकर गिल्स और गले में विकसित होते होंगे.
स्कैनिंग इलेक्ट्रॉन माइक्रोस्कोपी और पार्टिकल एसेलरेटर से लिए गए एक्स-रे से की मदद से जांच करने पर पता चलता है कि यह अजीब प्राणी कशेरुक परिवार से नहीं हो सकता है. यानी ये इंसानों का पूर्वज नहीं है.
इस जीव के बारे में मिली नई जानकारी के मुताबिक इसका शरीर करीब 0.04 इंच लम्बा था, आंसू की बूंद जैसा आकार, जिसका बाहरी आवरण दो लेयर वाला और सख्त था. इसके मुंह के चारों ओर कुछ रेडियल सिलवटें थीं और शरीर पर नोकीले उभार थे.
यूनिवर्सिटी ऑफ ब्रिस्टल के जीवाश्म विज्ञानी और शोध के सह लेखक फिलिप डोनोग्यू (Philip Donoghue) का कहना है कि हमने कई वैकल्पिक समूहों पर विचार किया, जिनसे यह जीव संबंधित हो सकता है. जैसे कोरल, एनीमोन और जेलिफ़िश, जिनका मुंह तो भी है लेकिन मल द्वार नहीं होता. वैज्ञानिक इस नतीजे पर पहुंचे कि इस जानवर को एनिमल किंगडम के इक्डीसोज़ोन (Ecdysozoan) ग्रुप में रखा जा सकता है. जिससे यह अकशेरुकी जीवों का पूर्वज बन गया है.
डोनोग्यू कहते हैं कि हमारे कम्प्यूटेशनल विश्लेषण ने जानवरों के अन्य सभी जीवित समूहों के साथ सैकोरहाइटस की शारीरिक रचना की तुलना की. आर्थ्रोपोड्स और उनके रिश्तेदारों के साथ इसे मिलाने की कोशिश की, जिसमें कीड़े, केकड़े और राउंडवर्म्स आते हैं. इसके बाद पता चला कि इस छोटे अजीब से जानवर की समानता इंसानों से कम, चींटियों के पूर्वजों से ज्यादा है.
यह एक कैटगरी से दूसरी कैटगरी में जाने जैसा था. लेकिन टैक्सोनॉमी छोटी से छोटी डिटेल के पहचानने योग्य फीचर्स में बदलने पर भरोसा करती है. शोधकर्ताओं का कहना है कि ट्री ऑफ लाइफ में हम सैकोरहाइटस की सटीक स्थिति के बारे में नहीं जानते, लेकिन इससे उस पैतृक स्थिति का पता चल सकता है जिससे इस बड़े ग्रुप के सभी सदस्य विकसित हुए हैं.
Rani Sahu

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