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- स्पेन में मिला अब तक...

इंसानों से पहले कई ऐसे जीव थे जिनका धरती पर राज था। ऐसे जीव भले ही खत्म हो गए हों, लेकिन उनके जीवाश्म आज भी मिलते रहते हैं। जीवाश्म वैज्ञानियों को अब ऐसे ही एक प्राचीन टाइटैनिक कछुए का जीवाश्म मिला है। ये पृथ्वी पर अब तक के सबसे विशाल कछुओं की प्रजाति में से एक है। विलुप्त हो चुकी इस कछुए की लंबाई 3.7 मीटर थी। आज के सबसे विशाल समुद्री कछुओं की तुलना में इनका आकार दोगुना होता था। ये यूरोप में मिला अब तक का सबसे बड़ा कछुए का जीवाश्म है।
शोधकर्ताओं ने एक बयान में कहा कि नई प्रजाति को लेविथानोचेलीज एनिग्मैटिका (Leviathanochelys aenigmatica) नाम दिया गया है। स्पेन में 2016 और 2021 में खोजे गए जीवाश्म से इसका मिलान किया गया है। खोल के टुकड़ों से इसकी पहचान की गई है। शोधकर्ताओं के मुताबिक ये कछुआ क्रिटेशियस काल का है और 8.36 करोड़ से 7.21 करोड़ साल पहले पूर्वी यूरोप के प्राचीन महासागरों में राज करता
लेदरबैक टर्टल वर्तमान में सबसे बड़े जीवित कछुए हैं, जिनका आकार 1.8 मीटर होता है। एनिग्मैटिका कछुआ इसके दोगुने आकार से थोड़ा बड़ा था। शोधकर्ताओं के मुताबिक अब तक के सबसे बड़े कछुए की प्रजाति आर्चेलॉन इस्किरोस (Archelon Ischyros) थी, जिसकी लंबाई 4.6 मीटर थी। ये विशालकाय कछुए मुख्य रूप से उत्तर और दक्षिण अमेरिका में पाए जाते थे।
एनिग्मैटिका कछुए की पेल्विस से इसके विशाल आकार का तो पता चलता ही है, साथ ही इसके विकासवादी अतीत के बारे में भी जानकारी होती है। शोधकर्ताओं ने कहा कि हड्डी में एक असामान्य फलाव है जो संभावतः श्वसन प्रणाली से जुड़ा है, जो किसी भी आधुनिक या विलुप्त कछुओं में देखी गई किसी भी चीज के विपरीत है। इसलिए इस खोज को नए जीनस में जोड़ दिया गया है। इससे पहले जनवरी 2021 में वेनेजुएला के शोधकर्ताओं ने मीठे पानी के कछुए स्टुपेन्डेमीज़ ज्योग्राफिकस की खोज की थी जो 80 लाख साल पहले धरती पर थे और इनका आकार लगभग 2.4 मीटर होता था।