विज्ञान

धरती के दो सबसे अमीर अरबपति अंतरिक्ष पर 'कब्‍जे' को लेकर भिड़े, सैटलाइट को करना चाहते है लॉन्‍च

Deepa Sahu
27 Jan 2021 4:56 PM GMT
धरती के दो सबसे अमीर अरबपति अंतरिक्ष पर कब्‍जे को लेकर भिड़े, सैटलाइट को करना चाहते है लॉन्‍च
x
धरती के दो सबसे अमीर अरबपति स्‍पेसएक्‍स कंपनी के मालिक एलन मस्‍क

जनता से रिश्ता वेबडेस्क: वॉशिंगटन: धरती के दो सबसे अमीर अरबपति स्‍पेसएक्‍स कंपनी के मालिक एलन मस्‍क और ऐमजॉन के संस्‍थापक जेफ बेजोस के बीच अंतरिक्ष पर 'कब्‍जे' को लेकर जंग छिड़ गई है। दरअसल, एलन मस्‍क और जेफे बेजोस दोनों ही बड़ी संख्‍या में सैटलाइट को लॉन्‍च करना चाहते हैं। इन सैटलाइट की 'फौज' की मदद से दोनों ही दिग्‍गज उद्योगपति धरती पर इंटरनेट की सप्‍लाई करेंगे। अंतरिक्ष की इस महत्‍वकांक्षी परियोजना को लेकर धरती पर संग्राम छिड़ गया है।

एलन मस्‍क की कंपनी स्‍पेसएक्‍स ने हाल ही में अमेरिका के फेडरल कम्‍युनिकेशन कमिशन से अनुमति मांगी है कि उनके स्‍टारलिंक सैटलाइट को पहले की योजना के विपरीत अंतरिक्ष के निचले कक्षा में आपरेट करने की अनुमति दी जाए। उधर, दूसरी ओर ऐमजॉन के मालिक जेफ बेजोस ने कहा कि एलन मस्‍क की कंपनी को अनुमति देने से उनके कूइपर सैटलाइट में हस्‍तक्षेप और टक्‍कर का खतरा पैदा हो जाएगा।
अंतरिक्ष से इंटरनेट सेवा देने के लिए डिजाइन किए गए

ऐमजॉन के सैटलाइट भी अंतरिक्ष से इंटरनेट सेवा देने के लिए डिजाइन किए गए हैं। ब्‍लूमबर्ग की रिपोर्ट के मुताबिक यह विवाद अब दुनिया के सामने आ गया है जिसमें दुनिया के दो दिग्‍गज उद्योगपति शामिल हैं और अंतरिक्ष के अपने सपने को पूरा करना चाहते हैं। ऐमजॉन ने 26 जनवरी को एक ट्वीट करके कहा, 'यह स्‍पेसएक्‍स का प्रस्‍तावित बदलाव है जो सैटलाइट सिस्‍टम के बीच प्रतियोगिता को मार रहा है।'


ऐमजॉन ने कहा कि यह स्‍पेसएक्‍स के हित में है कि अंतरिक्ष में गलाकाट प्रतिस्‍पर्द्धा हो लेकिन निश्चित रूप से यह जनता के हित में नहीं है। उधर, ऐमजॉन के इस ट्वीट के जवाब में एलन मस्‍क ने भी पलटवार किया है। उन्‍होंने कहा कि यह जनता के हित में नहीं है कि संचालन से कई साल पीछे चल रहे ऐमजॉन के सैटलाइट सिस्‍टम के लिए स्‍टारलिंक सैटलाइट को अशक्‍त कर दिया जाए।
ऐमजॉन को 3,236 उपग्रहों की फौज को लॉन्‍च करने की अनुमति
एलन मस्‍क की स्‍पेसएक्‍स कंपनी ने अब तक 1000 सैटलाइट लॉन्‍च किए हैं जो उसके स्‍टारलिंक इंटरनेट सिस्‍टम के लिए हैं। यह अमेरिका, कनाडा और ब्रिटेन में उपभोक्‍ताओं को सेवाएं दे रही है। उधर, दूसरी ऐमजॉन को कम्‍युनिकेशन कमिशन से पिछले साल ही 3,236 उपग्रहों की फौज को लॉन्‍च करने की अनुमति मिली है। इससे पहले ऐमजॉन ने अनुरोध किया था कि स्‍पेसएक्‍स के अनुरोध को खारिज कर दिया जाए। दरअसल, स्‍पेसएक्‍स को तेज गति से इंटरनेट देने के लिए अपने उपग्रहों को निचली कक्षा में करना जरूरी है ताकि सिग्‍नल को धरती तक पहुंचने में ज्‍यादा दूरी तय नहीं करनी पड़े।


Next Story