विज्ञान

तपती गर्मी से लोगों का हाल बेहाल, लाल हुआ पड़ा है पूरा देश, पाकिस्तान-बलूचिस्तान हैं वजह

jantaserishta.com
19 April 2022 6:33 AM GMT
तपती गर्मी से लोगों का हाल बेहाल, लाल हुआ पड़ा है पूरा देश, पाकिस्तान-बलूचिस्तान हैं वजह
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नई दिल्ली: भारतीय मौसम विज्ञान विभाग (IMD) के डेटा के अनुसार 18 अप्रैल 2022 को देश का सबसे गर्म जिला उत्तर प्रदेश का झांसी था. उसके बाद आगरा, हिसार, गुरुग्राम और नई दिल्ली थे. इस समय देश के उत्तरी और मध्य हिस्सों में भयानक गर्मी पड़ रही है. अगर आप इस नक्शे को ध्यान से देखेंगे तो पता चलेगा पूरा देश लाल हुआ पड़ा है.

24 घंटे में जो शहर सबसे ज्यादा गर्म थे, वो हैं- वाराणसी/बाबतपुर (44.6), झांसी (44.5 डिग्री सेल्सियस), आगरा-हिसार-गुरुग्राम (44.2), नई दिल्ली-रिज (43.8), नारनौल-नजफगढ़ (43.5), अलीगढ़-मुंगेशपुर-पीतमपुर (43.4) और जफरपुर-रोहतक (42.7) डिग्री सेल्सियस तापमान के साथ सुलग रहे थे. ये जानना जरूरी है कि देश के किस हिस्से में हीटवेव चल रही है.
IMD की साइट पर जब आप हीट वेव (Heatwave) गाइडेंस में जाएंगे, तो आपको देश का एक इंटरैक्टिव नक्शा मिलेगा, जहां पर हर दिन का अधिकतम तापमान दिखाई देगा. जिन शहरों में सबसे ज्यादा तापमान होता है, वहां पर थर्मामीटर के साइन के साथ बताया जाएगा कि इस शहर में क्या स्थिति है.
हीटवेव की स्थिति सबसे ज्यादा राजस्थान, पश्चिमी झारखंड, हिमाचल प्रदेश, हरियाणा और दिल्ली के कुछ इलाकों में दर्ज की गई. हालांकि पंजाब, हरियाणा, राजस्थान, गुजरात, महाराष्ट्र, तेलंगाना, छत्तीसगढ़, उत्तर प्रदेश, मध्यप्रदेश, बिहार, झारखंड, ओडिशा आदि राज्य गर्मी की वजह से 'लाल' हुए पड़े हैं. मौसम विभाग ने यह भविष्यवाणी भी की है कि उत्तर-पश्चिम, मध्य और पूर्वी भारत, दक्षिणी महाराष्ट्र और गुजरात में अगले 48 घंटों में गर्मी ऐसे ही बरकरार रहेगी.
20 तारीख के बाद अगले तीन-चार दिनों तक तापमान में 2-4 डिग्री सेल्सियस तापमान गिरने की उम्मीद है. हालांकि हिमाचल प्रदेश, पंजाब, हरियाणा-चंडीगढ़-दिल्ली, राजस्थान, उत्तर प्रदेश, विदर्भ, मध्यप्रदेश, बिहार, झारखंड और पश्चिम बंगाल के कुछ इलाकों में हीटवेव चल सकती है.
अब ये जानना जरूरी है कि तापमान इतना ज्यादा बढ़ा क्यों है. स्काईमेटवेदर के मुताबिक इस समय देश में जो गर्मी पड़ रही है, उसके पीछे बलूचिस्तान (Balochistan), मध्य पाकिस्तान (Central Pakistan) और थार रेगिस्तान (Thar Desert) जिम्मेदार हैं. हालांकि इनके अलावा स्थानीय वजहें भी हैं. लेकिन बलूचिस्तान और पाकिस्तान से आने वाली गर्म और सूखी हवाएं उत्तर-पश्चिम और मध्य भारत को लगातार गर्म रखे हुए हैं.
थार रेगिस्तान में मार्च के दूसरे हफ्ते एंटीसाइक्लोन (Anticyclone) के बना था, जिसकी वजह से गर्मी थोड़ी पहले शुरु हो गई. अब बलूचिस्तान और पाकिस्तान से आने वाली सूखी गर्म हवाएं और एंटीसाइक्लोन की असर से गर्मी भारत के दक्षिण-पूर्वी राज्य तेलंगाना तक पहुंच गई. मार्च में पश्चिमी हिमालय पर बारिश और बर्फबारी कराने वाली पश्चिमी विक्षोभ की गैर-मौजूदगी भी इसकी एक बड़ी वजह है.
उत्तर-पश्चिम भारत और मध्य भारत में प्री-मॉनसून गतिविधियां भी पूरी तरह से खत्म हैं, जिसकी वजह से आसमान एकदम साफ है. धूप पूरी तरह से नीचे तक आ पा रही है. 19 अप्रैल यानी आज एक नया पश्चिमी विक्षोभ पश्चिमी हिमालय की तरफ आया है. लेकिन इससे कोई फायदा होता नहीं दिख रहा है. हीटवेव अभी बना रहेगा.
बंगाल की खाड़ी के ऊपर भी किसी तरह की कोई गतिविधि नहीं हो रही है. पाकिस्तान-बलूचिस्तान से चलने वाली हवाओं ने तेलंगाना तक असर दिखाया है, क्योंकि बंगाल की खाड़ी के ऊपर किसी तरह के मौसमी बदलाव की उम्मीद फिलहाल नहीं है, न ही थी.


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