विज्ञान

सोने से पहले न सुनें संगीत, नींद में पड़ सकता है असर: अध्ययन

Gulabi
13 Jun 2021 4:52 PM GMT
सोने से पहले न सुनें संगीत, नींद में पड़ सकता है असर: अध्ययन
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सोने से पहले न सुनें संगीत
संगीत सुनना किसे नहीं पसंद। हालांकि ये अलग बात है कि कुछ लोगों को नए गाने पसंद आते हैं तो कुछ लोगों को पुराने, ये अपनी-अपनी पसंद की बात है। अक्सर कई लोगों की आदत होती है कि वे तनाव दूर करने के लिए रात में गाने सुनते हैं और कुछ रात में गाना सुनते-सुनते सो जाते हैं। अब एक नए अध्ययन में यह दावा किया गया है कि सोने के समय के करीब संगीत सुनना नींद के लिए हानिकारक हो सकता है, यानी संगीत आपकी नींद में खलल डाल सकता है। इस अध्ययन के नतीजों को 'साइकोलॉजिकल साइंस' नामक पत्रिका में प्रकाशित किया गया है।
दरअसल, नींद पर रिसर्च करने वाले अमेरिकी की बायलर यूनिवर्सिटी में मनोविज्ञान और तंत्रिका विज्ञान के एसोसिएट प्रोफेसर माइकल स्कलिन ने यह जानने के लिए अध्ययन किया कि नींद पर संगीत का किस तरह का असर पड़ सकता है। चूंकि एक रात उनकी नींद अचानक रात में खुल गई थी, तो उनके मस्तिष्क में संगीत का वही धुन बज रहा था, जो उन्होंने सोने से पहले सुना था। इसके बाद ही उन्होंने सोचा कि क्यों न इसपर शोध किया जाए।
प्रोफेसर स्कलिन कहते हैं, 'सभी जानते हैं कि संगीत सुनने से अच्छा महसूस होता है। खासकर किशोर और युवा वयस्क तो नियमित रूप से सोते समय संगीत सुनते हैं। लेकिन कई बार ऐसा होता है कि सोने की कोशिश के दौरान भी मस्तिष्क में संगीत चलता रहता है। इससे नींद के खराब होने की संभावना रहती है।'
उन्होंने बताया कि सोते समय हमारे मस्तिष्क में संगीत की प्रक्रिया उस समय भी चलती रहती है, जब वो बंद होता है। एक सर्वे और प्रयोगशाला में परीक्षण के आधार पर वे इस निष्कर्ष पर पहुंचे। अध्ययन में 50 लोगों को शामिल किया गया था। अध्ययन के तहत उन्हें सोने से पहले कई तरह के संगीत सुनाए गए और उससे नींद पर होने वाले प्रभावों का आकलन किया गया।
उन्होंने कहा कि लगभग सभी लोग यही सोचते हैं कि संगीत उनकी नींद में सुधार करता है, लेकिन अध्ययन के दौरान हमने पाया कि जो लोग अधिक संगीत सुनते हैं, उनकी नींद और भी बदतर हो सकती है। वह कहते हैं कि संगीत सुनने का समय भी महत्वपूर्ण होता है, इसलिए सोने से पहले संगीत न सुनने का प्रयास करें।
अस्वीकरण नोट: यह लेख 'साइकोलॉजिकल साइंस' नामक पत्रिका में प्रकाशित स्टडी के आधार पर तैयार किया गया है। लेख में शामिल सूचना व तथ्य आपकी जागरूकता और जानकारी बढ़ाने के लिए साझा किए गए हैं। किसी भी तरह की बीमारी के लक्षण हों अथवा आप किसी रोग से ग्रसित हों तो अपने डॉक्टर से सलाह जरूर लें।


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