विज्ञान

धूमकेतु 2I/बोरिसोव : सौर मंडल के बाहर से आए इस Comet को देख दंग हुए वैज्ञानिक

Gulabi
2 April 2021 3:29 PM GMT
धूमकेतु 2I/बोरिसोव : सौर मंडल के बाहर से आए इस Comet को देख दंग हुए वैज्ञानिक
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वैज्ञानिकों ने हाल ही में एक धूमकेतु 2I/बोरिसोव की खोज की है

वैज्ञानिकों ने हाल ही में एक धूमकेतु 2I/बोरिसोव की खोज की है। यह दूसरा ऐसा इंटरस्टेलर ऑब्जेक्ट है जिसे सौर मंडल से गुजरते पाया गया है। इसकी बनावट उन धूमकेतुओं से अलग है जो हमारे पड़ोस से आने वाले धूमकेतुओं की होती है। इससे आने वाली गैस कार्बन मोनोऑक्साइड होती है। हमारे सौर मंडल के धूमकेतुओं में यह कम मात्रा में होती है। कार्बन मोनोऑक्साइड इंसानों के लिए जहरीली होती है और गैस के रूप में स्पेस में पाई जाती है और कुछ ही जगहों पर बर्फ के रूप में होती है।

अंधेरी-ठंडी जगह का स्नोमैन
रिसर्चर्स का कहना है कि कार्बन मोनोऑक्साइड का होना बताता है कि ये हमारे सौर मंडल के धूमकेतुओं से अलग तरह से बनता है। यह अपने स्टार सिस्टम के बाहर के क्षेत्र में या सूरज से ठंडे सितारे के पास बना हुआ होगा। ऐलाबामा की ऑबर्न यूनिवर्सिटी के प्लैनेटरी साइंटिस्ट डेनिस बोडविट्स का कहना है कि इस धूमकेतु को किसी अंधेरी-ठंडी जगह का स्नोमैन कहा गया है। उन्होंने बताया कि धूमकेतु ग्रहों के बनने के वक्त बचे हुए मटीरियल से बनते हैं और पहली बार ऐसे मटीरियल की केमिकल बनावट को नापा जा सका है जो किसी बाहरी सिस्टम से आया है।

कैसे बना?
1 किमी चौड़ा यह धूमकेतु 2019 में ऐस्ट्रोनॉमर जेनेडी बोरिसोव ने डिटेक्ट किया था। बोडविट्स ने बताया कि यह धूमकेतु किसी नए सितारे के आसपास गैस और धूल की डिस्क में काफी पहले पैदा हुआ होगा। यह सितारा कार्बन मोनो ऑक्साइड से भरा रहा होगा और सूरज से छोटा और ठंडा रहा होगा। वैज्ञानिकों को पहले लगा था कि यह हमारे सौर मंडल के दूसरे धूमकेतुओं जैसा ही है लेकिन हबल स्पेस टेलिस्कोप के डेटा और चिली की एक ऑब्जर्वेटरी से मिले डेटा के आधार पर नई जानकारी हासिल की गई। रिसर्चर्स को हाइड्रोजन साइनाइड भी हमारे सौर मंडल के धूमकेतुओं की तुलना में मिली।

क्या था Oumuamua?
NASA के गॉडार्ड स्पेस फ्लाइट सेंटर में ऐस्ट्रोबायॉलजिस्ट मार्टिन कॉर्डिनर का कहना है, 'यह दिखाता है कि 2I/बोरिसोव पूरी तरह से एलियन नहीं है और कुछ हद तक आम धूमकेतुओं से मिलता है। इसलिए जिस तरह हमारे सौर मंडल के धूमकेतु बने होंगे, ये भी वैसे ही बना होगा।' इसके अलावा दूसरा इंटरस्टेलार ऑब्जेक्ट था Oumuamua जिसे 2017 में देखा गया था। यह क्या था, इस पर आज तक रहस्य बना हुआ है। हारवर्ड यूनिवर्सिटी के प्रफेसर अवी लोएब का दावा है कि यह एलियन टेक्नॉलजी का नमूना हो सकता है।
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