विज्ञान

3 प्राइवेट पार्ट्स के साथ पैदा हुआ बच्चा, इंसान नहीं बल्कि वैज्ञानिक भी हैरान

Apurva Srivastav
6 April 2021 4:35 PM GMT
3 प्राइवेट पार्ट्स के साथ पैदा हुआ बच्चा, इंसान नहीं बल्कि वैज्ञानिक भी हैरान
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इराक में एक बच्चा तीन प्राइवेट पार्ट्स (Multiple Penis) के साथ पैदा हुआ.

यह दुनिया विचित्रताओं से भरी हुई है. प्रकृति की एक से बढ़ कर एक ऐसी पहेलियां हैं जो विज्ञान के लिए चुनौती बनी हुई है. हाल में एक ऐसा मामला सामने आया है जिसे सुन कर साधार इंसान नहीं बल्कि वैज्ञानिक भी दंग है. दरअसल इराक में एक बच्चा तीन प्राइवेट पार्ट्स (Multiple Penis) के साथ पैदा हुआ.

वैज्ञानिक उलझन में
यह केस आम लोगों के लिए तो आश्चर्य वाला है ही मेडिकल साइंस के लिए भी यह बड़ी चुनौती है. इस तरह का केस दुनिया में पहली बार आया है. इससे पहले दो प्राइवेट पार्ट्स का मामला सामने आ चुका है. अब तीन प्राइवेट पार्ट्स की कंडीशन Triphallia ने वैज्ञानिकों को उलझा दिया है.
तीन पार्ट्स का मामला पहली बार
ये मामला इराक से सामने आया है. हालांकि इराक के इस बच्चे के दो प्राइवेट पार्ट्स को सर्जरी करके अलग कर दिया गया है. डेलीमेल की खबर के अनुसार, यहां हर 50-60 लड़कों में एक बच्चा एक से ज्यादा प्राइवेट पार्ट के साथ पैदा हुए हैं. आपको बता दें कि अब तक दुनियाभर में 100 Diphallia के मामले सामने आए हैं लेकिन इंटरनैशनल जर्नल ऑफ सर्जरी केस रिपोर्ट्स के अनुसार तीन पार्ट्स का मामला पहली बार आया है.
सुपरन्यूमरेरी पेनिस
इस विचित्र स्थिति को सुपरन्यूमरेरी पेनिस (Supernumerary Penises) कहते हैं. वैज्ञानिक इस अजीबोगरीब स्थिति को लेकर अब भी कंफ्यूजन में हैं.1600 के दशक में इसका पहला केस सामने आया था. इस केस में स्क्रोटम और एनस भी दो होने के चांस हो सकते हैं. मेडिकल साइंस के लिए ये उलझन इसलिए भी बन गई है क्योंकि अभी तक मिले सभी केस एक-दूसरे से अलग पाए गए हैं. इसलिए इसे एक दुर्लभ कंडीशन बताया गया है.
जेनेटिक संरचना में बदलाव
रिपोर्ट्स के अनुसार, यह कंडीशन गर्भ के 3-6 हफ्ते से लेकर 15वें हफ्ते में उतपन्न हो सकती है. इसके होने के कारण अभी तक साबित नहीं हुए हैं लेकिन एक संभावना नशीले पदार्थों का इस्तेमाल भी हो सकता है. रिपोर्ट में यह संभावना भी जताई गई है कि कई बार जेनेटिक संरचना में बदलाव के कारण ऐसा हो सकता है.
बेहद विकट परिस्थिति
इस अजीबोगरीब स्थिति से मरीजों में कई तरह की परेशानियां पैदा हो सकती है जैसे- गैस्ट्रो-इंटेस्टिनल ट्रैक्ट, स्केलेटल या वेल्विक हड्डियों से लेकर कार्डिअक तक. ऐसी स्थिति में सभी अंग सामान्य काम करते हैं लेकिन इराक के इस बच्चे में ऐसा नहीं था, इसलिए इसे आसानी से अलग कर दिया गया। मेडीअक्ल साइंस में इस कंडीशन पर लगातार रिसर्च हो रहे हैं.


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