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अब तक आप इंसानों में पाए जाने वाले कुछ ही ब्लड ग्रुप्स के बारे में जानते होंगे, लेकिन अब वैज्ञानिकों ने एक नए ब्लड ग्रुप की खोज कर ली है, जो इन सबसे बिल्कुल अलग है. इंसान के शरीर में पाए जाने वाले सामान्य ब्लड ग्रुप्स से ये नया ब्लड ग्रुप बिल्कुल अलग है. इसकी खोज कई सालों से की जा रही थी, लेकिन सही जवाब नहीं मिल पा रहा था. ये ब्लड ग्रुप और इसमें पाए जाने वाले कंटेंट वैज्ञानिकों को भी हैरान कर रहे हैं.
आप अब तक A, B, AB और O ब्लड ग्रुप्स के बारे में ही जानते होंगे लेकिन ब्रिटेन के वैज्ञानिकों ने नया और दुर्लभ ब्लड ग्रुप खोजा है, जिसे कोख में पल रहे बच्चों के लिए खासतौर पर जानलेवा बताया जा रहा है. नए ब्लड ग्रुप को ब्रिटेन की ब्रिस्टल यूनिवर्सिटी और नेशनल हेल्थ सर्वे ब्लड एंड ट्रांसप्लांट के वैज्ञानिकों ने मिलकर खोजा है. वैज्ञानिकों का कहना है, नए ब्लड ग्रुप की पहचान होने के बाद कई मरीजों की जान बचाई जा सकेगी.
नए ब्लड ग्रुप का नाम है – Er
वैज्ञानिकों ने नए खोजे गए ब्लड ग्रुप का नाम Er रखा है और बताया है कि ये बहुत दुर्लभ है. जर्नल ब्लड में पब्लिश रिपोर्ट के मुताबिक 30 साल से इस गुत्थी को सुलझाने में जुटे थे. ब्रिस्टल यूनिवर्सिटी के वैज्ञानिकों के पास इस ब्लड ग्रुप के दो मामले पहुंचे. दोनों ही मामलों में महिलाएं प्रेगनेंट थीं और उनके बच्चों की मौत कोख में ही हो गई थी. जब जांच की गई, तो पता चला कि दोनों का ही ब्लड ग्रुप Er था. गर्भवती थी. दोनों ही महिलाओं के गर्भ में ही उनके बच्चे की मौत हो गई थी. जांच में पता चला कि दोनों का ब्लड ग्रुप Er था. दोनों मामलों को समझने के बाद वैज्ञानिक ये निष्कर्ष निकाल पाए कि क्यों मां और बच्चे का ब्लड ग्रुप अलग-अलग होने पर इम्यून सिस्टम बेकाबू हो जाता है
कोख में पल रहे बच्चे के लिए जानलेवा
द इंडिपेंडेंट की रिपोर्ट के मुताबिक, अगर किसी प्रेगनेंट महिला का ब्लड ग्रुप Er है तो उसका इम्यून सिस्टम बच्चे के ब्लड के खिलाफ एंटीबॉडीज बनाने लगता है. ये एंटीबॉडीज गर्भनाल के जरिये बच्चे के शरीर में पहुंचकर हीमोलिटिक बीमारी का कारण बन जाती हैं और बच्चे की रेड बल्ड सेल्स पर हमला कर देती है. ऐसे में वो ज्यादा दिन तक सर्वाइव नहीं कर पाता. 30 साल पहले एक रिसर्च में इस दुर्लभ ब्लड ग्रुप के बारे में बात की गई थी. अब इस बात पर रिसर्च की जाएगी कि बच्चे की जान ऐसी प्रेगनेंसी में कैसे बचाई जाए.