विज्ञान

नीचे नीला समुद्र और ऊपर रंगीन रोशनी में नहाया आसमान, यूजर्स बोले- अविश्वनीय वीडियो

Rani Sahu
16 Sep 2021 2:36 PM GMT
नीचे नीला समुद्र और ऊपर रंगीन रोशनी में नहाया आसमान, यूजर्स बोले- अविश्वनीय वीडियो
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दुनियाभर में सोशल मीडिया की बढ़ती पहुंच से वीडियो और तस्वीरों की बाढ़ आई हुई है

दुनियाभर में सोशल मीडिया की बढ़ती पहुंच से वीडियो और तस्वीरों की बाढ़ आई हुई है। इनमें से कई कंटेट ऐसे होते हैं, जिन्हें आप आसानी से छोड़ सकते हैं, लेकिन कुछ ऐसे भी होते हैं जिन्हें किसी भी कीमत पर मिस नहीं करनी चाहिए। ऐसा ही एक वीडियो फ्रांसीसी अंतरिक्ष यात्री थॉमस पेसक्वेस्ट ने इंस्टाग्राम पर शेयर किया है। वर्तमान में अंतरराष्ट्रीय स्पेस स्टेशन पर तैनात थॉमस पेसक्वेस्ट ने नीले समुद्र के ऊपर ध्रुवीय ज्योति या औरोरा को अपने कैमरे में कैद किया है। इस वीडियो को अभी तक डेढ़ लाख से अधिक लोग देख चुके हैं।

यूजर्स बोले- अविश्वनीय वीडियो
इस वीडियो को देखने के बाद यूजर्स अद्वितीय, अविश्वनीय जैसे कमेंट कर रहे हैं। कई यूजर्स ने तो इस वीडियो के लिए थामस को धन्यवाद भी किया है। एक यूजर ने लिखा, "अद्भुत। इसे हमारे साथ साझा करने के लिए धन्यवाद।" जबकि कुछ उपयोगकर्ताओं ने दृश्यों को सुंदर और अविश्वसनीय कहा। एक अन्य यूजर ने कहा कि दृश्य इतना अच्छा था कि यह लगभग अवास्तविक लग रहा था। वीडियो में ओरियन नक्षत्र की ओर इशारा करते हुए, एक दर्शक ने लिखा कि हम 0:25 पर ओरियन नक्षत्र भी देख सकते हैं।
क्या होती है औरोरा रोशनी
इस रोशनी को Aurora Australis या Southern Light कहते हैं। इसका निर्माण पृथ्वी की मैग्नेटिक शील्ड और सौर हवाओं के कारण होता है। अंतरराष्ट्रीय स्पेस स्टेशन ने अपने आधिकारिक इंस्टाग्राम हैंडल पर इस अद्भुत नजारे की तस्वीरें शेयर की हैं। पहली तस्वीर में बाईं ओर आईएसएस के सोलर पैनल नजर आ रहे हैं, जिसके सामने चुंबकीय रोशनी को देखा जा सकता है। हरे रंग की रोशनी पतली रेखाओं के रूप में दिखाई दे रही है।
कैसे बनती है यह रंगीन रोशनी
ऐसा लगता है कि ये रेखाएं पृथ्वी की सतह से निकल रही हैं और अंतरिक्ष में गायब हो जाती हैं। वास्तव में ये रेखाएं सूर्य से आने वाले आवेशित कण हैं जो पृथ्वी के वायुमंडल पर बरसते हैं। पृथ्वी के चुंबकीय क्षेत्र के साथ आवेशित कणों (Charged Particles) के मिलने से ये रंग पैदा होते हैं।
जादू से कम नहीं है ध्रुवीय ज्योति
सूरज पर होने वाले विस्फोट से निकले पार्टिकल्स जब धरती की मैग्नेटिक फील्ड और ऊपरी वायुमंडल से टकराते हैं, जो उनसे कई रंगों की रोशनी निकलती हैं। Northern Lights या Aurora borealis और Southern Lights या Aurora australis आसमान में किसी लेजर लाइट शो जैसी लगती हैं। धरती के दक्षिण और उत्तर ध्रुवों से कई बार ऐसा नजारा देखने को मिलता है जो प्रकृति के जादू से कम नहीं लगता।


Rani Sahu

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