- Home
- /
- अन्य खबरें
- /
- विज्ञान
- /
- Bhadrapad वर्षा ऋतु के...
Bhadrapad वर्षा ऋतु के महीनों में बीमारियों का प्रकोप अधिक?
![Bhadrapad वर्षा ऋतु के महीनों में बीमारियों का प्रकोप अधिक? Bhadrapad वर्षा ऋतु के महीनों में बीमारियों का प्रकोप अधिक?](https://jantaserishta.com/h-upload/2024/07/31/3912768-untitled-32-copy.webp)
Science विज्ञान: सावन और भादों यानि भाद्रपद वर्षा ऋतु के दो प्रमुख महीने हैं। भारत में श्रावण यानी सावन के महीने में पूजा-पाठ Worship, व्रत और आहार का विशेष अनुष्ठान किया जाता है। इसका न सिर्फ धार्मिक महत्व है बल्कि बड़ा वैज्ञानिक महत्व भी है। बरसात के इन महीनों में कई महत्वपूर्ण परिवर्तन होते हैं, यही कारण है कि इन महीनों में बीमारियों का प्रकोप अधिक होता है, चाहे वे मक्खियों, मच्छरों, भोजन से होने वाली बीमारियाँ हों या वायरस जनित बीमारियाँ, कवक आदि हों। विशेषज्ञों का कहना है कि इन दो महीनों में शरीर के दो अंगों पर विशेष रूप से नकारात्मक प्रभाव पड़ता है, जिसके परिणामस्वरूप स्वास्थ्य बिगड़ जाता है। मोरारजी देसाई राष्ट्रीय योग संस्थान, नई दिल्ली के निदेशक डॉ. काशीनाथ सामगांडी कहते हैं कि भारत में पहले से ही ऋतुओं के अनुसार व्यवहार, खान-पान और रहन-सहन की व्यवस्था है। इसे आयुर्वेद में ऋतु चर्या कहा जाता है। इसलिए बरसात के मौसम में विशेष ध्यान देने की जरूरत होती है.