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- अमेरिका की CIA कर रही...
अमेरिकी स्पेस एजेंसी जिसे दुनिया सेंट्रल इंटेलिजेंस एजेंसी (CIA) के नाम से जानती है मुख्यतः अमेरिका के सुरक्षा और उसने आने वाले संभावित खतरों का पता लगाने के लिए काम करती है. लेकिन क्या इस एजेंसी का प्राकृतिक इतिहास (Natural History) में कोई रुचि हो सकती है. एजेंसी ते नए कदम से तो ऐसा ही लगता है. मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक सीआईए की एक कंपनी ने अमेरिका के डालास स्थित बायोटेक कंपनी कोलोसल बायोसाइंसेस वित्तीय सहायता दी है. यह कंपनी विलुप्त हो चुके मैमथ (Mammoth) प्रजाति के जीवों को फिर से जिंदा करने पर काम कर रही है. हैरानी की बात है कि एजेंसी का इस क्षेत्र से कोई लेना देना नहीं है.
और भी हैं निवेशक
गैर करने वाली बात यही है कि एंजेंसी ने, या उसकी कंपनी ने स्पष्ट तौर पर नहीं बताया है कि वह इस तरह की कंपनी में निवेश क्यों कर रही है. वहीं मीडिया रिपोर्ट्स से यह भी पता चला है कि इन कंपनी में निवेश करने वालों में पीटर थीयल, टोनी रॉबिन्स, पेरिस हिल्टन और विंकलवोस जैसी कई हस्तियां भी शामिल हैं.
तकनीक में ज्यादा रुचि
बताया जा रहा है कि सीआईए की कंपनी जिसका नाम इन-क्यू- टेल है, ने एक गैरलाभकारी पूंजी संगठने के तौर पर पंजीकरण कराया है. द इंटरेस्पट के मुताबिक कंपनी की ज्यादा दिलचस्पी मैमथ में नहीं बल्कि उस बायोटेक्नोलॉजी और डीएनए सीक्वेंसिंग में है, जिसके जरिए वैज्ञानिक जीवाश्म के जरिए मैमथ को आज के युग में जीवत करना चाहते हैं.
मैमथ नहीं बात क्षमता की है
करीब दस दिन पहले ही इन क्यू टेल ने अपनी ब्लॉक पोस्ट में लिखा, "कोलोसल जैसी कपंनी, जो कि एसे मिशन के लिए स्थापित की गई है जिससे वह मैमथ जैसे विलुप्त प्रजातियों को वापस जिंदा करने के मिशन पर काम कर रही है, में निवेश क्यों किया जाए. रणनीतिक लिहाज से यह मैमथ के बारे में नहीं है, बल्कि क्षमताओं के बारे में ज्यादा है."
सरकार के लिए क्या अहमियत
कंपनी ने कहा कि इस जैवतकनीक में नेतृत्व अमेरिका को नैतिक के साथ साथ तकनीकी मानदंड स्थापित करने में मदद करेगा जो इसके उपयोग में काम आएंगे. वहीं कोलोसल के सहसंस्थापक बेन लाम ने बताया., "जैवतकनीकी और उससे वृहद जैवअर्थव्यवस्था और ज्यादा विकास केलिए बहुत अहम हैं जरूरी यह है कि हमारी सरकार के सभी हिस्सों को इस मामले में हर तरह की जानकारी हासिल करने के लिए उपयोगी होगा.
क्या होते हैं मैमथ
मैमथ विशालकाय हाथी जैसे जीव होते हैं कि जिनके शरीर पर हर जगह बाल होते है. ये पृथ्वी पर 50 लाख से लेकर 4 हजार साल पहले तक मौजूद थे और हिमयुग की समाप्ति के समय ये विलुप्त हो गए थे यह वही समय था मिस्र में पिरामिडों का निर्माण हो रहा था. माना जाता है किडायनासोर केबाद लोगों में जिन जानवरों में ज्यादा दिलचस्पी है उनमें मैमथ सबसे प्रमुख हैं.
लोगों में क्यों ज्यादा दिलचस्पी
जब से वैज्ञानिक मैथम की ममी की तरह संरक्षित मिले डीएनए हासिल करने के बाद उनके जीनोम की सीक्वेंसिंग करने में सफल हुए हैं. तभी से लोगों में इस जानवर को लेकर कौतूहल ज्यादा बढ़ गया है कि क्यों यह दावा किया जा रहा है कि सीक्वेंसिंग पूरी होने से अब मैमथ को आज फिर से जिंदा करना संभव हो सकेगा. कोलोसल मैमथ के सा तस्मानियाई बाघों को CRISPR जीन एडिंटिंग तकनीक के जरिए उन्हें जिंदा करेगी.
इस तकनीक परकाम करते हुए कोलोसल कंपनी एक खास सॉफ्टवेयर उपकरण और तकनीक विकसित करेगी जिससे जीनोम विज्ञान के विकास में बड़ा योगदान दे सकती है. इस तकनीक में जीन्स को छांट कर अलग किया जाता है और अन्य जीन्स के जोड़ दिया जाहै. मैमथ के मामले में वैज्ञानिक एशियाई हाथी के डीएनए , जो कि मैमथ का नजदीकी संबंधी है और पुराने मैमथ के डीएनए को मिला कर एक हाइब्रिड भ्रूण विकसित करेंगे और उसे अफ्रीकी हथिनी के गर्भ में डाल देंगे.