विज्ञान

शौकिया एस्ट्रोनोमर ने बृहस्पति के एक छोटे चांद की हुई खोज, सौरमंडल में कुछ इस तरह चंद्रमा को ढूंढ़ा

Rani Sahu
22 July 2021 9:06 AM GMT
शौकिया एस्ट्रोनोमर ने बृहस्पति के एक छोटे चांद की हुई खोज, सौरमंडल में कुछ इस तरह चंद्रमा को ढूंढ़ा
x
एक शौकिया एस्ट्रोनोमर (Amateur Astronomer) ने बृहस्पति ग्रह (Jupiter) के चारों ओर एक अज्ञात चंद्रमा की खोज (Jupiter Tiny Moon Discovered) की

एक शौकिया एस्ट्रोनोमर (Amateur Astronomer) ने बृहस्पति ग्रह (Jupiter) के चारों ओर एक अज्ञात चंद्रमा की खोज (Jupiter Tiny Moon Discovered) की है. इस चंद्रमा की खोज बृहस्पति की पुरानी टेलिस्कोप वाली तस्वीरों के आधार पर किया गया है. चांद की खोज करने वाले काई ली ने 'स्पेस एंड टेलिस्कोप' रिपोर्ट में खोज की जानकारी देते हुए कहा कि मुझे इस बात की जानकारी देते हुए बेहद खुशी हो रही है कि ये पहला ऐसा चांद है, जिसे एक शौकिया एस्ट्रोनोमर ने खोजा है.

बृहस्पति ग्रह के दर्जनों या सैकड़ों अनदेखे चंद्रमा हो सकते हैं, जो लगातार ग्रह की परिक्रमा कर रहे हैं. ये विशाल ग्रह एक बड़े गुरुत्वाकर्षण वाले इलाके को अपने भीतर समेटे हुए है, इस वजह से अंतरिक्ष का मलबा इसकी कक्षा तक पहुंच जाता है. बृहस्पति के पास वर्तमान में 79 चांद (List of Jupiter Moons) मौजूद हैं और ये संख्या बढ़ती जा रही है. हाल ही में शौकिया एस्ट्रोनोमर ली द्वारा की गई खोज के चलते बृहस्पति ग्रह के उपग्रहों के कार्मे ग्रुप की सूची में एक नया नाम जुड़ गया है.
2003 में इकट्ठा किए गए डेटा से चंद्रमा का पता चला
काई ली ने 2003 के एक डेटा सेट को ऑनलाइन देखते हुए इस चांद को खोजा. इस डेटा सेट को यूनिवर्सिटी ऑफ हवाई (University of Hawai'i) के रिसर्चर्स ने 3.6 मीटर वाली कनाडा-फ्रांस-हवाई टेलीस्कोप (CFHT) के जरिए इकट्ठा किया था. ली ने उस साल फरवरी में इकट्ठा की गई तस्वीरों पर खासा ध्यान दिया. इस दौरान चंद्रमा काफी चमकीले नजर आ रहे थे. ये विरोध के रूप में जानी जाने वाली घटना की वजह से हो रहा था. जब सूर्य और एक ग्रह पृथ्वी के आकाश के विपरीत भागों में दिखाई देते हैं. पृथ्वी फरवरी 2003 में सूर्य और बृहस्पति के बीच एक रेखा के बीच में मौजूद था. इससे एस्ट्रोनोमर बृहस्पति के सिस्टम को देख पाए.

चांद को EJc0061 नाम दिया गया
वहीं, ली ने वस्तु के 22-दिवसीय आर्क को स्थापित करने के लिए सुबारू नामक एक अन्य दूरबीन की भी मदद ली. इससे पता चला कि चंद्रमा होने का ये दावेदार बृहस्पति के गुरुत्वाकर्षण से जुड़ा हुआ था. इस आधार रेखा ने उन्हें अन्य डेटासेट के साथ भी चंद्रमा के अस्तित्व को खोजने और पुष्टि करने की अनुमति दी. 'स्पेस एंड टेलिस्कोप' के आर्टिकल में ली ने इस खोज को गर्मियों में की जाने वाली शौकिया आदत बताया है. फिलहाल इस चांद को EJc0061 नाम दिया गया है, लेकिन अभी तक इसे कोई आधिकारिक नाम नहीं दिया गया है.


Next Story