- Home
- /
- अन्य खबरें
- /
- विज्ञान
- /
- धरती की इस जगह पर आते...
x
जनता से रिश्ता वेबडेस्क। दुनियाभर में कई प्राचीन काल्पनिक शहरों (Mythological City) की चर्चा हमेशा से होती रही है। लगातार लोग इन प्राचीन शहरों पर रिसर्च करते रहे हैं। कई शहर बताए जाते हैं कि वे पानी के नीचे समा गए, तो वहीं कई शहरों में एलियन और UFO होने के दावे भी किए जाते रहे हैं। आज हम ऐसे ही पांच प्राचीन काल्पनिक शहरों के बारे में जानेंगे, जिन्हें किसी ने देखा तो नहीं है लेकिन दुनिया भर में इनकी कहानियां मशहूर हैं।
एटलांटिंस
एटलांटिस (Atlantis) वह शहर है जिसको काफी लंबे समय से खोजा जा रहा है। 360 ईसा पूर्व ग्रीक दार्शनिक प्लेटो ने सबसे पहले एटलांटिस के बारे में लिखा था। उन्होंने कहा कि अटलांटिस बेहद उन्नत सभ्यता रही है और इस शहर के पास बेहद उन्नत नौसेना थी। प्लेटो ने यह भी दावा किया कि बाढ़ और भूकंप के कारण यह शहर पानी के नीचे समा गया।
कई विशेषज्ञ मानते हैं कि यह शहर स्पेन में था और एक सुनामी के कारण बर्बाद हो गया। कुछ लोग मानते हैं कि बर्मुडा ट्रायएंगल में यह शहर कहीं स्थित है। एटलांटिस को एलियन और अंतरिक्ष यान (UFO) से भी जोड़ा जाता रहा है। कहा जाता है कि एटलांटिस में एलियन आते जाते रहे हैं। वहीं, हिटलर भी इस शहर की खोज में लगा था। नाजियों का विश्वास था कि यही एटलांटिस शहर आर्यन रेस के लोगों का जन्मस्थान है।
एल डोराडो
एल डोराडो (El Dorado) की चर्चा सन 1500 में शुरू हुई। स्पेनिश खोजकर्ताओं के बीच इस शहर की कहानियां चलने लगीं। उनका मानना था कि यह शहर दक्षिण अमेरिका के जंगलों में स्थित हैं और पूरा सोने से बना है। हालांकि आज भी यह शहर लोगों के बीच सिर्फ कहानियों में ही मौजूद है और किसी ने भी इसे देखा नहीं है।
'Z' का खोया शहर
रॉयल जियोग्राफिक सोसायटी ने ब्रिटिश खोजकर्ता पर्सी फॉसेट को 1906 में ब्राजील और बोलीविया की सीमा का सर्वेक्षण करने के लिए भेजा था। लेकिन इस दौरान वह एक खोए हुए शहर के विचार से प्रभावित हो गए। इसका नाम था Z का खोया हुआ शहर (The Lost City of 'Z')। पर्सी फॉसेट को यहां एक पुर्तगाली खोजकर्ता के दस्तावेज मिले थे, जिसमें उसने 1753 में माटो ग्रोसो के वर्षावनों में एक खोए हुए शहर को देखने की बात कही थी। उसके दस्तावेज में लिखा था कि यह शहर चांदी से ढका है। यहां कई मंजिला इमारतें और पुल भी थे।
शांग्री-ला
शांग्री-ला (Shangri-La) भी दुनिया में खोए शहरों की कहानियों में आता है। 1933 में ब्रिटिश लेखक जेम्स हिल्टन ने अपने उपन्यास लॉस्ट होराइजन में इसके बारे में जिक्र किया था और इसे हिमालय की घाटी में छिपे स्वर्ग के नाम से बताया था। तिब्बती ग्रंथों में हालांकि इसका जिक्र है, जहां सद्भाग का शासन था। इतिहासकार माइकल वुड मानते हैं कि तिब्बती शहर त्सापरंग के जरिए शांग्री-ला शहर के मिथक की शुरुआत हुई।
जुल्फार
अगर आपने सिंदबाद की कहानियां सुनी होगी तो आपने जुल्फार के बारे में भी सुना होगा। यह काल्पनिक शहर अरब का एक बंदरगाह बताया जाता रहा है। इतिहासकार दस्तावेजों से मानते हैं कि यह फारस की खाड़ी में कहीं मौजूद था। सदियों तक यह शहर आबाद रहा और यहां करीब 70 हजार लोगों का घर था। लेकिन बाद में यह खंडहर में बदल
Next Story