विज्ञान

अमेरिका पर एलियन हंटर्स ने लगाए सबूत मिटाने के आरोप, परमाणु परीक्षण के समय क्रैश हुआ था UFO

Apurva Srivastav
5 Jun 2021 9:21 AM GMT
अमेरिका पर एलियन हंटर्स ने लगाए सबूत मिटाने के आरोप, परमाणु परीक्षण के समय क्रैश हुआ था UFO
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एलियंस की तलाश करने वालों ने अमेरिका पर यूएफओ से संबंधित उस घटना को छिपाने का आरोप लगाया है

एलियंस की तलाश करने वालों ने अमेरिका पर यूएफओ से संबंधित उस घटना को छिपाने का आरोप लगाया है, जो साल 1945 में हुई थी. यानी रोजवेल यूएफओ क्रैश से ठीक दो साल पहले (UFO Crash in US). इस यूएफओ का आकार एवाकाडो जैसा बताया जा रहा है. ऐसा दावा है कि ये हादसा न्यू मैक्सिको में तूफान के दौरान हुआ था, जिससे जुड़े सबूत भी मौजूद थे, लेकिन सेना ने सबकुछ छिपा दिया. इटली के खोजी पत्रकार पाओलो लियोपिजी हैरिस और फ्रांस में जन्मे इन्फॉर्मेशन वैज्ञानिक डॉक्टर एफ. वैली ने 1945 के कथित यूएफओ क्रैश (1947 Rosewell Crash) की जानकारी एक किताब में दी है, जिसका नाम 'ट्रिनिटी: द बेस्ट-केप्ट सीक्रेट' है.

हैरिस और वैली ने ही साल 1963 में नासा के लिए मंगल का पहला कंप्यूटराइज मैप तैयार किया था. अब इन्होंने हादसे का गवाह बने लोगों से जरूरी जानकारी जुटाई है. इन गवाहों में से दो अब भी जीवित हैं. इन लोगों ने क्रैश के बाद की स्थिति के बारे में बताया है और कहा है कि कैसे उड़ने वाले वाहन और उसमें मौजूद लोगों को सेना ने अपने कब्जे में ले लिया था. दुनियाभर में अपने लंबे अनुभव का इस्तेमाल करते हुए लेखकों ने चरणबद्ध तरीके से बताया है कि कैसे सेना ने क्रैश से जुड़ी चीजों को हटाया था (1945 UFO Crash). इन्होंने बताया है कि कैसे 76 साल पहले तूफान आने पर कई टन का यूएफओ क्रैश हो गया था.
दोनों घटनाओं का आपस में संबंध?
हैरानी की बात ये है कि इस घटना का जिक्र केवल एक टीवी डॉक्यूमेंट्री में किया गया है. इनका कहना है कि एक असामान्य चीज क्रैश हुई थी और यहां से करीब 20 मील की दूरी पर ही जुलाई 1945 में व्हाइट सैंड्स में पहला परमाणु बम फटा था, इन दोनों घटनाओं के बीच के संबंध पर भी जानकारी गायब है. हैरिस और वैली ने बताया कि यूएफओ क्रैश कथित तौर पर उसी रेगिस्तान में हुआ है, जहां प्रोजेक्ट ट्रिनिटी पर काम हुआ था (New Mexico Aliens). ये दोनों घटनाएं एक ही साल में हुई थीं. बता दें अमेरिका ने 16 जुलाई 1945 को अपना पहला परमाणु परीक्षण किया था. जो न्यू मैक्सिको में हुआ था. इस मिशन को 'ट्रिनिटी' नाम दिया गया था.
60 साल तक चुप रहे गवाह
ऐसा दावा है कि परमाणु विस्फोट होने पर यूएफओ सतर्क हो गया था. इस दौरान जोस और सब्रीना नाम के गवाहों ने अपनी संपत्ति पर ना केवल यूएफओ को क्रैश होते देखा था बल्कि इन्होंने उसके मलबे को हटाने के लिए सेना द्वारा किए हर प्रयास को भी देखा था. ये रिकवरी यहां नौ दिनों तक जारी रही (UFO Crashed in 1945). जबकि दोनों गवाह डर के कारण बीते 60 साल से चुप थे. कनाडा के पूर्व रक्षा मंत्री पॉल हेयलर ने कहा था, 'पाओलो हैरिस और वैली ने इस क्षेत्र में अनुसंधान के लिए काफी प्रयास किए हैं. अब वक्त आ गया है, जब दुनिया को इनके द्वारा की गई खोज के बारे में बताया जाए.' हालांकि अमेरिकी रक्षा मंत्रालय के मुख्यालय पेंगाटन ने इस साल के शुरुआत में कहा था कि वह 1947 में क्रैश हुए यूएफओ के मलबे की जांच कर रहा है.


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