विज्ञान

कोरोना काल में लोगों में तेजी से बढ़ी शराब की लत, शोध में हुआ हैरान करने वाला खुलासा

Gulabi
7 Dec 2020 1:45 PM GMT
कोरोना काल में लोगों में तेजी से बढ़ी शराब की लत, शोध में हुआ हैरान करने वाला खुलासा
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जल्दी-जल्दी शराब पीने वालों का बुरा हाल!

जनता से रिश्ता वेबडेस्क। वाशिंगटन: कोरोना काल (Coronavirus Pandemic) में इंसान की जीवन शैली में कई बदलाव आए हैं. कुछ अच्छे तो कुछ बुरे. एक रिसर्च में लोगों की 'बुरी आदत' (Bad Habits) में वृद्धि का खुलासा हुआ है. रिसर्च के मुताबिक लॉकडाउन (Lockdown) के दौरान लोगों में शराब पीने की आदत और बढ़ गई है.

लोगों में बढ़ी ड्रिंक की आदत

'पीर-रिव्यू अमेरिकन जर्नल ऑफ ड्रग एंड अल्कोहल एब्यूज' में प्रकाशित एक रिसर्च के मुताबिक अमेरिका में 18 वर्ष से अधिक के लगभग 2,000 लोगों के बीच सर्वे किया गया. सर्वे में COVID-19 लॉकडाउन के दौरान ड्रिंक की आदत और तनाव को लेकर प्रश्न शामिल किए गए. सर्वे में सामने आया कि शराब की खपत और बढ़ गई है. जो पुरुष दो घंटे के भीतर पांच या अधिक और महिलाएं चार के लगभग पेग लेती हैं उनकी ड्रिंक लेने की आदत लॉकडाउन के हर हफ्ते में 19 प्रतिशत की दर से तेजी से बढ़ी है.

जल्दी-जल्दी शराब पीने वालों का बुरा हाल!

जल्दी शराब पीने वालों की 'ड्रिंक कैपेसिटी' कभी कभार शराब (Alcohol) पीने वालों की तुलना में दोगुनी बढ़ गई है. इनमें भी जो लोग बीमार हैं या अवसाद (Depression) से ग्रस्त हैं वो ज्यादा शराब का सेवन कर रहे हैं. यूनिवर्सिटी ऑफ टेक्सास हेल्थ साइंस सेंटर स्कूल ऑफ पब्लिक हेल्थ के विशेषज्ञों द्वारा किए गए एक शोध में यह भी बताया गया है कि, 'महामारी के दौरान रोज शराब पीने वालों ने हर एक मौके पर चार ड्रिंक लीं जबकि कभी कभार शराब पीने वालों ने दो पेग ही लिए.

ओकेजनल ड्रिंकर की आदत में हुआ सुधार

इस रिसर्च में सामने आया है कि कभी कभार पीने वाले लोगों की आदत में लॉकडाउन (Lockdown) के दौरान सुधार हुआ है. इससे पहले वो ज्यादा ड्रिंक लेते थे लेकिन महामारी के दौरान बच्चों और परिवार के साथ समय बिताने के चलते उनकी अल्कोहल खपत 26 प्रतिशत तक कम हो गया है.


इसलिए किया गया रिसर्च

शोधकर्ताओं ने अधिक शराब पीने वाले लोगों के हित में रोकथाम की नई रणनीति बनाने की जरूरत बताई है अन्यथा ऐसे लोगों के गंभीर स्वास्थ्य परिणाम हो सकते हैं. इस रिसर्च का उद्देश्य COVID-19 से संबंधित तनाव के कारकों और शराब की खपत में परिवर्तन व महामारी के बाद लगातार शराब पीने वालों के बीच एक कड़ी की पहचान करना है.कोरोना काल (Coronavirus Pandemic) में इंसान की जीवन शैली में कई बदलाव आए हैं. कुछ अच्छे तो कुछ बुरे. एक रिसर्च में लोगों की 'बुरी आदत' (Bad Habits) में वृद्धि का खुलासा हुआ है. रिसर्च के मुताबिक लॉकडाउन (Lockdown) के दौरान लोगों में शराब पीने की आदत और बढ़ गई है.


लोगों में बढ़ी ड्रिंक की आदत
'पीर-रिव्यू अमेरिकन जर्नल ऑफ ड्रग एंड अल्कोहल एब्यूज' में प्रकाशित एक रिसर्च के मुताबिक अमेरिका में 18 वर्ष से अधिक के लगभग 2,000 लोगों के बीच सर्वे किया गया. सर्वे में COVID-19 लॉकडाउन के दौरान ड्रिंक की आदत और तनाव को लेकर प्रश्न शामिल किए गए. सर्वे में सामने आया कि शराब की खपत और बढ़ गई है. जो पुरुष दो घंटे के भीतर पांच या अधिक और महिलाएं चार के लगभग पेग लेती हैं उनकी ड्रिंक लेने की आदत लॉकडाउन के हर हफ्ते में 19 प्रतिशत की दर से तेजी से बढ़ी है.


जल्दी-जल्दी शराब पीने वालों का बुरा हाल!
जल्दी शराब पीने वालों की 'ड्रिंक कैपेसिटी' कभी कभार शराब (Alcohol) पीने वालों की तुलना में दोगुनी बढ़ गई है. इनमें भी जो लोग बीमार हैं या अवसाद (Depression) से ग्रस्त हैं वो ज्यादा शराब का सेवन कर रहे हैं. यूनिवर्सिटी ऑफ टेक्सास हेल्थ साइंस सेंटर स्कूल ऑफ पब्लिक हेल्थ के विशेषज्ञों द्वारा किए गए एक शोध में यह भी बताया गया है कि, 'महामारी के दौरान रोज शराब पीने वालों ने हर एक मौके पर चार ड्रिंक लीं जबकि कभी कभार शराब पीने वालों ने दो पेग ही लिए.


ओकेजनल ड्रिंकर की आदत में हुआ सुधार
इस रिसर्च में सामने आया है कि कभी कभार पीने वाले लोगों की आदत में लॉकडाउन (Lockdown) के दौरान सुधार हुआ है. इससे पहले वो ज्यादा ड्रिंक लेते थे लेकिन महामारी के दौरान बच्चों और परिवार के साथ समय बिताने के चलते उनकी अल्कोहल खपत 26 प्रतिशत तक कम हो गया है.

इसलिए किया गया रिसर्च
शोधकर्ताओं ने अधिक शराब पीने वाले लोगों के हित में रोकथाम की नई रणनीति बनाने की जरूरत बताई है अन्यथा ऐसे लोगों के गंभीर स्वास्थ्य परिणाम हो सकते हैं. इस रिसर्च का उद्देश्य COVID-19 से संबंधित तनाव के कारकों और शराब की खपत में परिवर्तन व महामारी के बाद लगातार शराब पीने वालों के बीच एक कड़ी की पहचान करना है.


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