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खेतों का निरीक्षण करने आए कृषि वैज्ञानिक, दी ये सलाह

Gulabi
18 Aug 2021 3:53 PM GMT
खेतों का निरीक्षण करने आए कृषि वैज्ञानिक, दी ये सलाह
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कृषि वैज्ञानिक ने दी ये सलाह

वर्तमान में सोयाबीन की फसल में तने की मक्खी, सेमीलूपर, तंबाकू की इल्ली, चने की इल्ली का प्रकोप है। किसानों की सूचना पर कृषि विज्ञान केंद्र के प्रधान वैज्ञानिक एवं प्रमुख डा. एके दीक्षित के दिशा-निर्देश व मार्गदर्शन में केंद्र के वैज्ञानिकों के साथ कृषि विभाग के अधिकारियों की डायग्नोस्टिक टीम द्वारा कौलारी, भिलाई, कुसमानिया, नांदोन, मोहाई आदि ग्रामों में सोयाबीन फसल का निरीक्षण किया। टीम में डा. दीक्षित, डा. मनीष कुमार, कीट वैज्ञानिक लोकेश गंगराडे, सहायक संचालक कृषि देवास वरिष्ठ कृषि विकास अधिकारी, आरएस मर्सकोले, ब्लाक टेक्नोलाजी मैनेजर लाड़सिंह बकोदिया शामिल थे। टीम के सदस्यों ने सरपंच प्रतिनिधि महेश परमार एवं कृषक हरिनारायण परमार, जगदीश जाट, रामेश्वर शुक्ला आदि के साथ खेतों का निरीक्षण किया। इस दौरान सोयाबीन की फसल में तने की मक्खी का प्रकोप ज्यादा देखा गया। साथ ही कहीं-कहीं पर हरी अर्द्धकुंडल इल्ली, चने की इल्ली भी पाई गई। कुछ क्षेत्रों में भ्रमण के दौरान अधिकांश खेतों में पौधों की बढ़वार ज्यादा एवं अफलन की शिकायत पाई गई। जगह-जगह ज्यादा बीज मात्रा, इल्ली के प्रकोप व मौसम की प्रतिकूलता के कारण इस प्रकार की समस्या उत्पन्ना हुई।

- वैज्ञानिकों ने दी सलाह
तना मक्खी व सफेद/हरे मच्छर के नियंत्रण हेतु लेम्डा सायहेलोथ्रिन प्लस थायमिथोक्सोजाम 125 ग्राम या बीटासायफ्लूथ्रिन प्लस इमिडाक्लोरपिड 350 एम.एल. का उपयोग करें।
केवल सफेद मक्खी है तो ऐसी स्थिति में केवल थायमिथोक्सोजाम 25 डब्ल्यूजी 100 ग्राम प्रति हेक्टेयर 500 लीटर पानी के साथ उपयोग करें।
हरी अर्द्धकुंडल इल्ली, तंबाकू की इल्ली एवं चने की इल्ली की रोकथाम के लिए प्रोपेनोफास 50 ईसी 1.25 लीटर या इमाबेक्टिन बेंजोएट पांच एसजी 300 ग्राम या इंडोक्साकार्ब 15.8 ईसी. 350 एमएल या फ्लूबेंडियामाइड 150 एमएल या क्लोरएन्ट्रानिलिप्रोल 18.5 एससी 150 एमएल प्रति हेक्टेयर की दर से 500 लीटर पानी में मिलाकर छिड़काव करें।
सोयाबीन में अफलन की शिकायत
चौबाराधीरा। ग्राम सालमखेड़ी में सोयाबीन में अफलन की शिकायत मिलने पर विकासखंड के ग्रामसेवक कृष्णसिंह बड़ोले ने खेतों में निरीक्षण कर फसल की स्थिति देखी। कई खेतों में फसल पीली होकर सूखने लगी है। इल्ली ने पौधों की जड़ों को नुकसान पहुंचाया, जिससे पौधे नष्ट हो गए। निरीक्षण के साथ ग्रामसेवक ने नुकसानी का पंचनामा बनाया। इस दौरान ब्लाक कांग्रेस मंडलम अध्यक्ष धीरजसिंह सेंधव, मोतीसिंह पटेल, राधेश्याम पाटीदार, बृजेश पाटीदार आदि उपस्थित थे।
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