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- नई रिसर्च के मुताबिक...
एक नई रिसर्च पर अगर यकीन करें तो समंदर में रहने वाले आठ हाथों वाले जीव ऑक्टोपस और इंसानों के पूर्वज एक ही थे। इस रिसर्च के मुताबिक इंसान प्राचीन जीव के वंशज हैं जो 518 लाख साल पहले रहा करते थे। रिसर्चर्स की मानें तो यही वजह हो सकती है कि आठ अंगों वाला ऑक्टोपस बहुत ज्यादा बुद्धिमान होता है। इस जीव की पहचान वैज्ञानिकों ने फेसिवर्मिस युन्नानिकस के रूप में की है। वैज्ञानिकों के मुताबिक जैसे-जैसे इस जीव का विकास होता गया, इसने अपने उन अंगों को गंवाना शुरू कर दिया जिसकी इसे जरूरत नहीं थी। वैज्ञानिकों के मुताबिक इस जीव की बुद्धि भी बहुत कम थी। जर्मनी की राजधानी बर्लिन स्थित मैक्स डेलब्रुक सेंटर की तरफ से एक स्टडी हुई है।
एक जैसा दिमाग
इस स्टडी में पता लगा है कि ऑक्टोपस का दिमाग मनुष्यों के समान होता है क्योंकि समुद्री जानवरों में विभिन्न प्रकार के जीन नियामक होते हैं जिन्हें उनके तंत्रिका ऊतक में माइक्रोआरएनए (miRNAs) कहा जाता है जो दिमाग में मौजूद कोशिकाओं की संख्या के बराबर होता है। इस स्टडी की फाइंडिंग्स के मुताबिक miRNAs, एक प्रकार का RNA जीन है जो कि मस्तिष्क के विकास में एक मौलिक भूमिका निभाता है। मस्तिष्क इंसान का सबसे जटिल हिस्सा होता है। उनकी मानें तो यही इंसानों को ऑक्टोपस से जोड़ता है।
बेहद चालाक ऑक्टोपस
स्टडी के को-ऑथर प्रोफेसर निकोलस राजवेस्की ने एसडब्ल्यूएस के एक बयान में यह बात कही है। ऑक्टोपस एक बेहद चालाक जीव के तौर पर जाना जाता है। वे उपकरण का उपयोग कर सकते हैं, आश्रय के लिए नारियल के गोले ले जा सकते हैं, अपने मांदों की रक्षा के लिए चट्टानों को ढेर कर सकते हैं और बचाव के लिए जेलीफ़िश जाल का उपयोग कर सकते हैं, SWNS रिपोर्ट। यह जीव औजार का प्रयोग कर सकता है, नारियल के छिलकों से खुद को ढंक सकता है और यहां तक कि पहेलियों को भी हल कर सकता है।
टिश्यू सैंपल पर रिसर्च
हाल ही में ऑक्टोपस को एक-दूसरे पर पत्थर फेंकते हुए भी फिल्माया गया था। ऑक्टोपस एक ग्रुप से जुड़ा है जिसे सेफलोपोड्स कहा जाता है - जिसमें स्क्वीड और कटलफिश भी शामिल हैं। रिसर्चर्स ने मृत ऑक्टोपस से 18 अलग-अलग टिश्यूज के नमूनों का अध्ययन किया। इसके बाद उन्होंने 42miRNA परिवारों की पहचान की। वैज्ञानिकों ने मस्तिष्क की पहचान खासतौर पर की। सेफेलोपॉड विकास के दौरान जीन संरक्षित थे।