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तेल अवीव: इजरायल में खुदाई के दौरान 3000 साल पुराने सोने के गहने का एक दुर्लभ टुकड़ा मिला है।
जनता से रिश्ता वेबडेस्क| तेल अवीव: इजरायल में खुदाई के दौरान 3000 साल पुराने सोने के गहने का एक दुर्लभ टुकड़ा मिला है। सोने से बने गहने के इस टुकड़े की खोज टेम्पल माउंट सिफ्टिंग प्रोजेक्ट पर काम करने वाले पुरातत्वविदों की टीम में शामिल एक 9 साल के लड़के ने किया है। इस प्रोजक्ट को आज से 16 साल पहले 2004 में शुरू किया गया था। इसमें दुनियाभर के पेशेवर और शौकीनों पुरातत्वविदों की टीम जेरूसलम के टेम्पल माउंट के नजदीक मिट्टी के टीलों पर खोजबीन का काम करती है।
इसलिए दुर्लभ है इस सोने की खोज
पिछले 16 साल में इस प्रोजक्ट के जरिए पुरातत्वविदों को प्राचीन सिक्कों और मिट्टी के बर्तनों सहित 480,000 से अधिक कलाकृतियां मिल चुकी हैं। लेकिन, इस स्थान से सोने से बने किसी वस्तु की खोज वास्तव में दुर्लभ बताई जा रही है। क्योंकि, पहले मंदिर की अवधि के दौरान लगभग 95,000 ईसा पूर्व इजरायल में यह कीमती धातु यानी सोना व्यापक रूप से उपलब्ध नहीं था।
9 साल के लड़के ने की ऐतिहासिक सोने की खोज
पुरातत्वविदों की टीम सोने के इस टुकड़े को लेकर बहुत उत्साहित है, क्योंकि इसकी खोज जेरूसलम के एक 9 साल के लड़के ने की है। रिपोर्ट के अनुसार, इस टुकड़े को खोजने वाले लड़के का नाम बिन्यामीन मिल्ट है। उसने पहली मंदिर के समय के इस टुकड़े की खोज इस साल गर्मियों में की थी। हालांकि तब सोने के इस टुकड़े पर ज्यादा ध्यान नहीं दिया गया था।
इजरायल में कभी नहीं मिला इतना पुराना सोना
इजरायल एंटीक्वीटिज अथॉरिटी के पुरातत्वविद् डॉ अमीर गोलानी ने कहा कि फर्स्ट टेंपल के समय के सोने के आभूषणों को शायद ही कभी पुरातात्विक कलाकृतियों में पाया गया है। उस समय में सोने को परिष्कृत करने की तकनीकी नहीं होती थी। उस समय के सोने में चांदी की बड़ी मात्रा मिलावट के रूप में मौजूद होती थी। प्राचीन मिस्र में सोने को साफ करने, उन्हें पालिश करने और उनके संरक्षण करने की तकनीकी की खोज हुई थी।
3000 साल बाद भी सोने की चमक है बरकरार
सोने का जो टुकड़ा मिला है, उस पर खूबसूरत नक्काशी की गई है। इस गोल टुकड़े के ऊपर खांचे बने हुए हैं। प्रत्येक खांचे में सोने के चार गोल गेंदे लगी हुई हैं। देखने में यह किसी मशीन में बने खांचे जैसे दिखता है। इस टुकड़े को असाधारण रूप से संरक्षित किया गया था, जिससे इसकी चमक 3000 साल बाद भी बरकरार है।
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