विज्ञान

सहारा रेगिस्तान में मिला 4.5 अरब साल पुराना पत्थर, यह कहाँ से और कैसे आया जाने

Admin4
11 March 2021 9:55 AM GMT
सहारा रेगिस्तान में मिला 4.5 अरब साल पुराना पत्थर,  यह कहाँ से और कैसे आया जाने
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इस पत्थर की उम्र करीब 4.5 अरब साल से भी ज्यादा है। बताया जा रहा है कि यह पत्थर दरअसल एक उल्कापिंड का हिस्सा है,

जनता से रिश्ता वेबडेस्क | वैज्ञानिकों ने अफ्रीका के सहारा रेगिस्तान में धरती की उम्र से भी पुराने पत्थर की खोज की है। इस पत्थर की उम्र करीब 4.5 अरब साल से भी ज्यादा है। बताया जा रहा है कि यह पत्थर दरअसल एक उल्कापिंड का हिस्सा है, जो अंतरिक्ष में घूमते समय धरती के गुरुत्वाकर्षण के कारण खिंचा चला आया।


धरती पर मिला सबसे पुराना पत्थर
हाइलाइट्स:
वैज्ञानिकों ने सहारा रेगिस्तान से धरती से भी पुराने पत्थर की खोज की
4.5 साल पहले लावे से पत्थर में बदला था छुद्रग्रह का यह टुकड़ा
अबतक पृथ्वी पर खोजा गया सबसे अधिक उम्र का पत्थर बना

पेरिस
वैज्ञानिकों ने अफ्रीका के सहारा रेगिस्तान में धरती की उम्र से भी पुराने पत्थर की खोज की है। इस पत्थर की उम्र करीब 4.5 अरब साल से भी ज्यादा है। बताया जा रहा है कि यह पत्थर दरअसल एक उल्कापिंड का हिस्सा है, जो अंतरिक्ष में घूमते समय धरती के गुरुत्वाकर्षण के कारण खिंचा चला आया। यह उल्कापिंड हमारे ग्रह यानी पृथ्वी के अस्तित्व में आने से पहले से ही मौजूद था। अभी तय यह पता नहीं चल सका है कि यह पत्थर धरती पर कब गिरा था।

अबतक खोजा गया सबसे पुराना पत्थर
शोधकर्ताओं के अनुसार, इस उल्कापिंड को Erg Chech 002 या EC 002 नाम दिया गया है। यह टुकड़ा किसी पुरातन ग्रह के मूल हिस्से का बताया जा रहा है। ऐसे पत्थरों को बिल्डिंग ब्लॉक के रूप में जाना जाता है। वैज्ञानिकों ने दावा किया है कि यह अबतक खोजा गया सबसे पुराना पत्थर है, जो बाहरी दुनिया से हमारी धरती पर आया है। यह पत्थर हमारे सोलर सिस्टम के शुरुआती दिनों के दौरान ग्रहों के बनने के तरीके पर भी एक दृष्टिकोण प्रस्तुत करता है।

अल्जीरिया के समुद्र में खोजा गया यह पत्थर
इस चट्टान की खोज अल्जीरिया के एर्ग चेच ड्यून समुद्र में की गई थी। इसी कारण इस पत्थर को Erg Chech का नाम दिया गया है। इसमें वास्तव में कई सारे उल्कापिंड शामिल हैं, जिनका कुल वजन करीब 31 किलोग्राम के आसपास है। इस पत्थर की खोज के बाद वैज्ञानिकों ने पता लगाया है कि आखिर कब किसी पुराने ग्रह के क्रस्ट का लावा जो पिघला हुआ था वह ठोस में परिवर्तित हो गया।

4.5 अरब साल पहले हुआ था निर्माण
स्टडी के अनुसार, मैग्नीशियम और एल्यूमीनियम आइसोटोप की जांच से पता चला है कि यह पत्थर लगभग 4.5 अरब साल पहले ठोस में बदल गया था। यह अबतक मिले किसी भी आग्नेय चट्टा का सबसे पुराना टुकड़ा है। इससे पहले NWA 11119 नाम के एक आग्नेय उल्कापिंड को खोजा गया था जो Erg Chech 002 से उम्र में करीब12 लाख साल छोटा है। बताया जाता है कि इन चट्टानों के अस्तित्व में आने के लाखों साल बाद धरती का निर्माण हुआ था।



फ्रांसीसी रिचर्स टीम ने किया दावा
इस अध्ययन का नेतृत्व फ्रांस के यूनिवर्सिटी ऑफ वेस्टर्न ब्रिटनी के भू-रसायन विज्ञान के प्रोफेसर जीन-एलिक्स बाराट ने किया। उन्होंने प्रोसीडिंग्स ऑफ द नेशनल एकेडमी ऑफ साइंसेज में प्रकाशित अध्ययन में बताया कि ईसी 002 सभी क्षुद्रग्रह समूहों से स्पष्ट रूप से अलग है। उन्होंने यह भी कहा कि ईसी 002 के समान वर्णक्रमीय विशेषताओं वाली कोई भी वस्तु आज तक पहचानी नहीं गई है।


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