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विज्ञान
खोजी गई 2000 साल पुरानी खंजर, जानें हैरान करने वाली बातें
jantaserishta.com
18 Nov 2021 9:22 AM GMT
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स्विट्जरलैंड: खोजा प्राचीन खंजर.एक एमेच्योर यानी शौकिया आर्कियोलॉजिस्ट स्विट्जरलैंड में प्राचीन वस्तुएं खोजने गए थे. किस्मत अच्छी थी उनकी, उन्हें 2000 साल पुराना रोमन साम्राज्य का खंजर (Dagger) मिला. जो किसी रोमन सैनिक का था. उन्होंने इसे मेटल डिटेक्टर के जरिए खोजा था. इस खंजर से एक ऐसे युद्ध का पता चला कि जिसके बारे में किसी को जानकारी नहीं थी.
मेटल डिटेक्टर वहीं मशीन जिसे किसी सतह के पास ले जाने पर वह यह बताती है कि नीचे कोई धातु का सामान दबा या छिपा है. इस डिटेक्टर से जब आर्कियोलॉजिस्ट ने धातु का पता करके उस जगह की खुदाई की तो उन्हें रोमन साम्राज्य (Roman Empire) का खंजर मिला. जिसके अध्ययन के बाद पता चला कि ये किसी रोमन सैनिक द्वारा रेटियंस युद्ध (Rhaetians Battle) में उपयोग किया गया था. रोमन रेटियन योद्धाओं को हराकर इस इलाके में कब्जा जमाना चाहते थे.
आर्कियोलॉजिस्ट को लगता है कि रेटियंस को हराने के बाद रोमन सैनिक ने अपना खंजर जमीन में इसलिए छिपा दिया ताकि वह विजय के प्रतीक के तौर पर सदियों तक वहां पर पड़ा रहे. इस खंजर के ऊपरी हिस्से में क्रॉस जैसा हैंडल हैं. जो कि रोमन साम्राज्य के चार अन्य खंजरों से मिलता है. ये चार खंजर रोम के आसपास पुरातत्वविदों ने खोजे थे. आइए जानते हैं उस शौकिया आर्कियोलॉजिस्ट के बारे में जिसने इसे खोजा था.
लुकास स्किम्ड (Lucas Schmid) डेंटल स्टूडेंट हैं. साथ ही वह शौकिया तौर पर पुरानी वस्तुओं को खोजते हैं. स्विट्जरलैंड के दक्षिण-पूर्व स्थित ग्रॉबंडेन कैन्टोन में एक गांव हैं, जिसका नाम है टिफेनकैसल (Tiefencastel). लुकास ने यह खंजर साल 2019 में बसंत के मौसम में खोजा था. इस इलाके में साल 2003 से आर्कियोलॉजिकल खनन का काम चल रहा है. इस जगह से रोमन सेनाओं के कई हथियार और प्राचीन सामान मिले हैं.
लुकास ने बताया कि टिफेनकैसल गांव को सही तरीके से खोजा नहीं गया है. उन्हें यहां पर खोजबीन के दौरान कई छोटे-मोटे प्राचीन धातु के टुकड़े मिले. इससे लुकास की उम्मीद जगी कि वो कुछ बड़ा खोज सकते हैं. इसी दौरान लुकास को खंजर मिला. जो चांदी और ब्रास को मिलाकर बनाया गया था. उन्हें यह खंजर जमीन में करीब एक फीट नीचे दबा हुआ मिला.
लुकास के लिए यह खोज लाइफटाइम डिस्कवरी से कम नहीं था. वह भी ऐसे स्थान पर जहां किसी को कुछ भी मिलने की उम्मीद नहीं थी. लुकास ने अपनी इस खोज के बारे में कैन्टोन आर्कियोलॉजिकल सर्विस को बताया. इस साल सितंबर में इस संस्थान के अन्य पुरातत्वविदों के साथ इस इलाके की और खोजबीन शुरु की. जब एक महीने बाद खनन का काम बंद हुआ तो इन लोगों को 3.70 लाख वर्ग फीट इलाके में सैकड़ों प्राचीन वस्तुएं मिलीं. जिसमें भाले के नोक, धातु के गुलेल, कवच के टुकड़े, सिक्के, भारी सोल वाले सैंडल आदि शामिल थे.
यूनिवर्सिटी ऑफ बासेल के ऑर्कियोलॉजिस्ट पीटर एंड्रयू श्वार्ज ने कहा कि इन सभी प्राचीन वस्तुओं में सबसे कीमती वस्तु लुकास द्वारा खोजा गया खंजर ही थी. इसे रोमन भाषा में पुजियो (Pugio) कहते हैं. गुलेल पर रोमन भाषा में यह लिखा था कि यह रोम में बनी है. ऐसी ही लिखावट कई प्राचीन वस्तुओं पर भी देखने को मिली है. कुछ टूटी हुई तलवारें, कवच के टुकड़े और भाले भी मिले हैं, जो रोमन सैनिकों ने रेटियंस योद्धाओं के लिए उपयोग किया था.
रोमन इतिहास और प्राचीन दस्तावेंजों के अनुसार रोमन सैनिकों का रेटियंस के साथ युद्ध 50 ईसापूर्व से लेकर 30 ईसापूर्व के बीच हुआ था. रेटियंस पहाड़ी इलाकों में रहते थे. जहां रोम कब्जा करना चाहता था. हालांकि, टिफेनकैसल से मिली वस्तुओं की जांच से पता चलता है कि यहां पर 15 ईसापूर्व में युद्ध हुआ था. इस दौर में रोमन साम्राज्य के शासक अगस्टस था. जो एल्प्स के पहाड़ों पर कब्जा करना चाहता था.
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