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धर्म-अध्यात्म
वृषभ और तुला राशि के स्वामी शुक्र का राशि परिवर्तन, 10 अप्रैल तक रहेंगे इस राशि में
Gulabi
20 March 2021 10:04 AM GMT
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जीव उत्पत्ति के कारक और ग्रहों में प्रमुख स्थान रखने वाले शुक्र कुंभ राशि की यात्रा समाप्त करके 17 मार्च को अपनी उच्चराशि मीन में प्रवेश कर रहे
जीव उत्पत्ति के कारक और ग्रहों में प्रमुख स्थान रखने वाले शुक्र कुंभ राशि की यात्रा समाप्त करके 17 मार्च को अपनी उच्चराशि मीन में प्रवेश कर रहे हैं। इस राशि पर ये 10 अप्रैल तक गोचर करेंगे उसके बाद मेष राशि में चले जाएंगे। मीन राशि में गोचर करते हुए शुक्र हमेशा पंचमहापुरुष योगों में प्रधान मालव्ययोग का निर्माण करते हैं किंतु वर्तमान गोचर के समय मीन राशि में पहले से ही सूर्यदेव विद्यमान है और शुक्र भी अस्त चल रहे हैं इसलिए इस योग का पूर्ण फल नहीं मिल पाएगा। वृषभ और तुला राशि के स्वामी शुक्र कन्या राशि में नीचराशिगत संज्ञक और मीन राशि में उच्चराशिगत संज्ञक माने गए हैं। इनके मीन राशि में प्रवेश का सभी बारह राशियों पर कैसा प्रभाव पड़ेगा इसका ज्योतिषी विश्लेषण करते हैं।
मेष राशि-
राशि से बारहवें व्यय भाव में गोचर करते हुए शुक्र अधिक भागदौड़ और खर्च का सामना करवाएंगे। विलासिता पूर्ण वस्तुओं पर अधिक खर्च होगा। सामाजिक और पारिवारिक जिम्मेदारियां बढ़ेंगी। विदेश यात्रा और विदेशी नागरिकता के लिए किया गया प्रयास सफल रहेगा। स्वास्थ्य विशेष करके बाई आंख से संबंधित समस्या से सावधान रहें। गुप्त शत्रुओं से बचें और कोर्ट कचहरी के मामले भी बाहर ही सुलझाएं तो बेहतर रहेगा।
वृषभ राशि-
स्वयं अपनी राशि से लाभभाव में गोचर करते हुए स्वामी शुक्र आय के साधन बढ़ाएंगे। केंद्र अथवा राज्य सरकार के विभागों में प्रतीक्षित पड़े कार्य संपन्न होंगे। रुका हुआ धन वापस मिलने की उम्मीद। ऊर्जा शक्ति का पूर्ण उपयोग करते हुए कार्य करेंगे तो अधिक सफल रहेंगे। परिवार के वरिष्ठ सदस्यों से मतभेद न पैदा होने दें। विद्यार्थियों एवं प्रतियोगिता में बैठने वाले छात्रों के लिए बेहतरीन सफलता के योग। संतान संबंधी चिंता दूर होगी।
मिथुन राशि-
राशि से कर्मभाव में गोचर करते हुए शुक्र आपके लिए किसी वरदान से कम नहीं है इसलिए कोई भी बड़े से बड़ा कार्य आरंभ करना चाहें या किसी नए अनुबंध पर हस्ताक्षर करना चाहें तो उस दृष्टि से भी ग्रह-गोचर अति अनुकूल रहेगा। कार्यक्षेत्र का विस्तार होगा, सामाजिक पद प्रतिष्ठा भी बढ़ेगी। माता पिता के स्वास्थ्य के प्रति चिंतनशील रहें। मकान अथवा वाहन के क्रय का भी योग। सरकारी सर्विस के लिए आवेदन करने का अच्छा अवसर है।
कर्क राशि-
राशि से भाग्यभाव में गोचर करते हुए शुक्र के शुभफलस्वरुप धर्म के प्रति रूचि बढ़ेगी। भाग्योन्नति भी होगी और आपके द्वारा लिए गए निर्णय एवं किए गए कार्यों की सराहना भी होगी। विदेशी कंपनियों में सर्विस अथवा नागरिकता के लिए किया गया प्रयास सफल रहेगा। संतान संबंधी चिंता से मुक्ति मिलेगी। मांगलिक कार्यों का सुअवसर आएगा। विद्यार्थियों के लिए प्रतियोगिता में सफलता प्राप्ति का अच्छा अवसर रहेगा।
सिंह राशि-
राशि से अष्टमभाव में गोचर करते हुए शुक्र का प्रभाव काफी मिलाजुला रहेगा। हर कार्य तथा निर्णय बहुत सावधानी पूर्वक करने की आवश्यकता है। दांपत्य जीवन में कटुता बढ़ सकती है। शादी विवाह से संबंधित मामलों में भी थोड़ा विलंब हो सकता है। स्वास्थ्य के प्रति चिंतनशील रहें। कोर्ट कचहरी के मामले भी आपस में सुलझा लें तो बेहतर रहेगा। विषम परिस्थितियों के बावजूद आपकी प्रभाव वृद्धि होगी और समाज में सम्मान बढ़ेगा।
कन्या राशि-
राशि से सप्तम भाव में गोचर करते हुए शुक्र सामाजिक पद प्रतिष्ठा में तो वृद्धि करेंगे ही दांपत्य जीवन में भी मधुरता आएगी। प्रेम संबंधी मामलों में भी प्रगाढ़ता आएगी, विवाह का निर्णय करना चाह रहे हों तो अवसर है,ससुराल पक्ष से सहयोग के योग। सरकारी विभागों अथवा विदेशी कंपनियों में सर्विस के लिए आवेदन करना भी सफल रहेगा। अपनी योजनाओं तथा रणनीतियों को गोपनीय रखते हुए कार्य करेंगे तो अधिक सफल रहेंगे।
तुला राशि-
राशि से छठे शत्रु भाव में गोचर करते हुए शुक्र स्वास्थ्य पर विपरीत प्रभाव डाल सकते हैं। गुप्त शत्रुओं से भी बचते रहें। इस अवधि किसी को भी अधिक धन उधार के रूप में न दें अन्यथा धनहानि की संभावना अधिक रहेगी या वह धन समय पर नहीं मिलेगा। झगड़े विवाद से दूर रहें और कोर्ट कचहरी के मामले भी आपस में सुलझा लें तो बेहतर रहेगा।
वृश्चिक राशि-
राशि से पंचम विद्या भाव में गोचर करते हुए शुक्र शिक्षा प्रतियोगिता में तो अच्छी सफलता दिलाएंगे ही संतान संबंधी चिंता से मुक्ति भी मिलेगी। प्रेम संबंधी मामलों में कुछ उदासीनता रहेगी किंतु नए लोगों से मेलजोल बढ़ेगा। कोर्ट कचहरी के मामलों में निर्णय आपके पक्ष में आने के संकेत। जमीन जायदाद से जुड़े मामले हल होंगे। विदेशी कंपनियों में सर्विस अथवा नागरिकता के लिए किया गया प्रयास सफल रहेगा।
धनु राशि-
राशि से चतुर्थ भाव में गोचर करते हुए शुक्र के शुभप्रभाव के फलस्वरूप रोजगार की दिशा में किए गए सभी प्रयास सफल रहेंगे। किसी बड़े व्यापार का शुभारंभ करना चाह रहे हों अथवा नए अनुबंध पर हस्ताक्षर करना चाह रहे हों तो उस दृष्टि से भी ग्रह-गोचर अति शुभफल कारक रहेगा। मकान-वाहन के क्रय का भी योग बनेगा। माता पिता के स्वास्थ्य के प्रति चिंतनशील रहें। यात्रा सावधानीपूर्वक करें और सामान चोरी होने से बचाएं।
मकर राशि-
राशि से पराक्रम भाव में गोचर करते हुए शुक्र कई तरह के मिले-जुले फल प्रदान करेंगे। हो सकता है पारिवारिक कलह या भाइयों से आपस में मतभेद भी हो किंतु कार्यक्षेत्र का विस्तार होगा। लिए गए निर्णय और किए गए कार्यों की सराहना भी होगी। अपनी उदारता एवं सौम्य स्वभाव के बलपर सामाजिक प्रतिष्ठा प्राप्त करेंगे। धर्म एवं आध्यात्म के प्रति गहरी रूचि रहेगी। विदेशी कंपनियों में सर्विस के लिए आवेदन करना सफल रहेगा।
कुंभ राशि-
राशि से धन भाव में गोचर करते हुए शुक्र आर्थिक पक्ष तो मजबूत करेंगे ही रुका हुआ धन भी आएगा। केंद्र अथवा राज्य सरकार के विभागों में प्रतीक्षित पड़े कार्य संपन्न होंगे। घूमने फिरने तथा विलासिता पूर्ण वस्तुओं पर भी अधिक व्यय होगा। स्वास्थ्य विशेष करके दाहिनी आंख से संबंधित समस्या से सावधान रहें। षड्यंत्रकारियों से दूर रहें। कोर्ट कचहरी के मामले भी आपस में ही सुलझाएं। पड़ोसियों से रिश्ते बिगड़ने न दें।
मीन राशि-
राशि में गोचर करते हुए उच्चराशिगत शुक्र कई तरह के अप्रत्याशित सुपरिणाम दिलाएंगे। काफी दिनों से लंबित पड़े कार्य संपन्न होंगे। अपनी कार्यकुशलता एवं कुशल नेतृत्व शक्ति के बलपर विषम परिस्थितियों पर भी आसानी से विजय प्राप्त कर लेंगे। विद्यार्थियों एवं प्रतियोगिता में बैठने वाले छात्रों के लिए अवसर बेहद अनुकूल रहेगा। संतान संबंधी चिंता से मुक्ति मिलेगी। नव दंपत्ति के लिए संतान प्राप्ति एवं प्रादुर्भाव के भी योग।
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