धर्म-अध्यात्म

हिन्दू संस्कृति में कलश का शाब्दिक अर्थ जानकर आपको हैरान कर देगी

Usha dhiwar
25 Jun 2024 7:24 AM GMT
हिन्दू संस्कृति में कलश का शाब्दिक अर्थ जानकर आपको हैरान कर देगी
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हिन्दू संस्कृति में कलश का शाब्दिक अर्थ:- Literal meaning of Kalash in Hindu culture

कलश का शाब्दिक अर्थ है - घड़ा। हिन्दू धर्म में सभी कर्मकांडों के समय इसका उपयोग किया जाता है। एक कांस्य, ताम्र, रजत या स्वर्ण पात्र के मुख पर श्रीफल (नारियल) रखा होता है।
मिट्टी या किसी धातु का बना घड़ा, गगरा, लोहे या ताँबे या पीतल का घड़ा, सर्वोच्च सिरा, चोटी A pot of iron or copper or brass, the topmost tip, peak
मंदिरों आदि के शिखर पर लगा हुआ वह कँगूरा जो कलश या घड़े के आकार का होता है, कँगूरा
नृत्य की एक भंगिमा
मान्यताओं के अनुसार, कलश के प्रभाव से सकारात्मक शक्तियों का घर में वास होता है और जीवन से नकारात्मकता समाप्त होती है। इसके अलावा इसका प्रयोग जीवन में धन, वैभव, सुख- शांति की कमी नहीं होने देता है। इसलिए ज्योतिष शास्त्र में भी इसे बेहद शुभ माना गया है।
कलश (Kalash Significance) को शुभता का प्रतीक माना जाता है। इसके साथ ही यह सुरक्षात्मक के रूप में भी कार्य करता है। मान्यताओं के अनुसार कलश के प्रभाव से सकारात्मक शक्तियों का घर में वास होता है और जीवन से नकारात्मकता समाप्त होती है। इसके अलावा इसका प्रयोग जीवन में धन वैभव सुख- शांति की कमी नहीं होने देता है।
हिंदू संस्कृति में कलश का विशेष महत्व हैKalash has special significance in Hindu culture.
कलश को शुभता का प्रतीक माना जाता है।
हिंदू धर्म में कलश के बिना कोई भी पूजा पूर्ण नहीं मानी जाती हैNo puja is considered complete without Kalash.
धर्म डेस्क, नई दिल्ली। Significance Of Kalash: हिंदू संस्कृति में कलश का विशेष महत्व है। कलश के गोल आकार को गर्भ के प्रतीक के रूप में देखा जाता है, जो प्रचुरता और जीवनदायी ऊर्जा का प्रतीक माना जाता है। इसका उपयोग सनातन धर्म के सभी शुभ कार्य में किया जाता है।


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