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धर्म-अध्यात्म
आज सर्वार्थ सिद्धि योग में मनेगी योगिनी एकादशी, जानें पूजा का उत्तम मुहूर्त
Renuka Sahu
24 Jun 2022 2:05 AM GMT
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फाइल फोटो
आषाढ़ मास के कृष्ण पक्ष की एकादशी को योगिनी एकादशी कहा जाता है।
जनता से रिश्ता वेबडेस्क। आषाढ़ मास के कृष्ण पक्ष की एकादशी को योगिनी एकादशी कहा जाता है। यह निर्जला और देवशयनी एकादशी के बीच में पड़ती है। इस साल योगिनी एकादशी आज 24 जून, शुक्रवार को है। इस साल योगिनी एकादशी पर कई शुभ संयोग बन रहे हैं, जिसके कारण इस दिन का महत्व और बढ़ रहा है।
योगिनी एकादशी पर बन रहे ये शुभ संयोग-
योगिनी एकादशी पर सुकर्मा, धृति के साथ सर्वार्थ सिद्धि योग का संयोग बन रहा है। इसके अलावा अश्विनी व भरणी नक्षत्र रहेगा। ज्योतिष शास्त्र में इन सभी योगों को बेहद शुभ माना जाता है। मान्यता है कि इन योग में किए गए कार्यों में सफलता हासिल होती है।
योगिनी एकादशी 2022 पूजा का उत्तम मुहूर्त-
24 जून, शुक्रवार को सर्वार्थ सिद्धि योग सुबह 05 बजकर 24 मिनट से सुबह 08 बजकर 04 मिनट तक रहेगा। काशी के ज्योतिषाचार्य पं. श्रीराम द्विवेदी के अनुसार, सुबह 04 बजकर 04 मिनटसे सुबह 04 बजकर 44 मिनट तक ब्रह्म मुहूर्त रहेगा। इसके अलावा सुबह 11 बजकर 56 मिनट से दोपहर 12 बजकर 51 मिनट तक पूजा उत्तम मुहूर्त है।
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योगिनी एकादशी पूजा विधि-
सुबह जल्दी उठकर स्नान करें।
घर के मंदिर में दीप प्रज्वलित करें।
भगवान विष्णु का गंगा जल से अभिषेक करें।
सभी देवी- देवताओं का गंगा जल से अभिषेक करें।
भगवान विष्णु को पुष्प और तुलसी दल अर्पित करें।
इस पावन दिन भगवान विष्णु के साथ ही माता लक्ष्मी की पूजा भी करें।
अगर संभव हो तो इस दिन व्रत भी रखें।
भगवान की आरती करें।
भगवान को भोग लगाएं। इस बात का विशेष ध्यान रखें कि भगवान को सिर्फ सात्विक चीजों का भोग लगाया जाता है। भगवान विष्णु के भोग में तुलसी को जरूर शामिल करें। ऐसा माना जाता है कि बिना तुलसी के भगवान विष्णु भोग ग्रहण नहीं करते हैं।
इस दिन भगवान का अधिक से अधिक ध्यान करें।
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