- Home
- /
- अन्य खबरें
- /
- धर्म-अध्यात्म
- /
- बसंत पंचमी पर बनाए...
धर्म-अध्यात्म
बसंत पंचमी पर बनाए पीले रंग के पकवान...जाने इसके पीछे का महत्व और विधि
Subhi
15 Feb 2021 4:18 AM GMT
x
उत्तर भारत में बसंत पंचमी का दिन छात्रों के लिए बहुत खास माना जाता है।
जनता से रिश्ता वेबडेस्क | उत्तर भारत में बसंत पंचमी का दिन छात्रों के लिए बहुत खास माना जाता है। इस दिन बच्चे नहाने के बाद पीले रंग के कपड़े पहनकर मां सरस्वती की पूजा करते हैं और पतंग उड़ाकर आनंद उठाते हैं।
सौंदर्य का उत्सव
ऐसा माना जाता है कि वसंत का त्योहार, कामदेव, उनकी पत्नी रति और उनके दोस्त बसंत के सम्मान में मनाया जाता है। यह त्योहार श्रृंगार रस्म से जुड़ा होता है।
ज्यादातर भारतीय त्योहारों में उस दिन घर में बनने वाले पकवानों का पहला भोग भगवान को लगाना शुभ माना जाता है। बसंत पंचमी में पीला रंग का बहुत महत्व होता है। लोग पीले रंग के कपड़े पहनते हैं, घर को पीले फूलों से सजाया जाता है यहां तक कि मां सरस्वती को चढ़ाए जाने के लिए बनने वाला प्रसाद भी पीले रंग का ही होता है। तो इस मौके पर आप भी पीले रंग के प्रसाद और पकवान बनाकर करें ज्ञान की देवी को प्रसन्न।
वसंत पंचमी पर बनाएं ये स्वादिष्ट पीले पकवान
1. केसरी भात
बासमती चावल (भिगोया हुआ)- 1 कप, चीनी- 1 कप, देसी घी -1 टेबलस्पून, किशमिश- 2 बड़े चम्मच, इलाइची पाउडर- आधा छोटा चम्मच, काजू कटे हुए- 7-8, थोड़ी सी केसर
विधि
एक पैन में घी गरम कर उसमें किशमिश डालकर तब तक भूने जब तक वे थोड़े फूल न जाएं। फिर उसमें काजू भी डालकर भून लें। भिगोए हुए चावल को पानी से निकालकर उसे भी पैन में भूने लें । अब केसर में 2½ कप पानी डालकर मिला लें। अब छोटी इलाइची पाउडर डालें और पकाएं। अब बारी है इसमें चीनी डालने की। चीनी डालकर तब तक पकाएं जब तक चीनी पूरी तरह से चावल के साथ मिल न जाए और साथ ही पानी भी सूख जाए। थोड़े से काजू और किशमिश अलग रखकर बाकी पैन में डालकर मिला लें। ढक कर 4-5 मिनट और पकाएं। तैयार है केसरी भात जिसे अलग रखे हुए किशमिश और काजू से सजाकर परोसें।
2. केसर राजभोग
1.5 लीटर फुल क्रीम दूध, 1.5 लीटर पानी, चीनी- 400 ग्राम, इलायची पाउडर या इलायची- 4-5, थोड़े से केसर, ड्राय फ्रूट्स कटे हुए
विधि
सबसे पहले पैन में दूध को गर्म करेंगे। गैस को ऑफ कर दें। अब इसमें एक नींबू का रस लेकर उसमें थोड़ा सा पानी मिलाकर दूध में धीरे-धीरे डालेंगे जिससे दूध फट जाएगा। अब इसे छान लेंगे जिससे पानी और छेना अलग हो जाए। छेने का पानी पूरी तरह से निचोड़ कर निकाल लें। छेने के ऊपर पानी डालेंगे जिससे नींबू का रस निकल जाए। एक बार फिर इसे निचोड़ कर निकाल लें। अब छेने को प्लेट में निकालकर इसे हाथों से मसलें जिससे ये और ज्यादा सॉफ्ट हो जाएगा। इसमें एक चुटकी पीला फूड कलर डालकर फिर से मलेंगे।
चाशनी बनाने के लिए पैन में पानी डालें, इसमें चीनी, इलायची पाउडर और केसर के धागे मिलाकर उबालने दें
एक बाउल में कटे हुए ड्राय फ्रूट्स निकालें। छेने के अंदर इसे भरने के लिए।
अब छेने की बराबर हिस्से कर लें। मनचाहे आकार में लोई बनाकर उसे चपटा कर ड्राय फ्रूट्स वाली स्टफिंग भरें और चारों तरफ से फोल्ड कर दें। फिर से लोई बनाकर उसे सॉफ्ट कर लें। चाशनी को चेक करें। एक तार की चाशनी हो जाए तो उसमें सारे राजभोग डालकर उसे ब्वॉयल करें। गैस की आंच तेज ही होनी चाहिए। धीमी आंच पर ये टूट सकते हैं। इनका साइज़ धीरे-धीरे बड़ा होने लगेगा। गैस को बंद कर दें और अच्छी तरह से ठंडा होने दें। फिर सर्व करें।
3. बूंदी के लड्डू
बेसन- 1 कप, चीनी- 1 कप, पानी- 1 कप, छोटी इलाइची- 5, कुछ पिस्ते कटे हुए, तेल- 1 टीस्पून, देसी घी- 4 टीस्पून
विधि
बूंदी के लड्डू बनाने के लिए सबसे पहले बेसन को ले और छलनी की मदद से बेसन को छान लें। अब बेसन को एक बाउल में लेकर उसमें थोड़ा सा पानी और तेल डालकर स्मूद घोल तैयार करें। ध्यान रखे की घोल में गाठें और दाने ना रह जाए। अब चाशनी के लिए एक बर्तन में चीनी और पानी डालकर गैस पर पकने के लिए रख दें। कुछ देर बाद जब चीनी पानी में घुलने लगे तो हाथ में लेकर चेक कर ले की चाशनी में तार बन रहा है या नहीं। अब कढ़ाई में घी डालकर गरम करें। अब एक कलछी को कढ़ाई के ऊपर रखें और बने हुए बेसन के घोल को कलछी के छेद में से कढ़ाई में डालते रहे। जब कुछ बूंदी कढ़ाई में डल जाए तो उन्हें हल्का ब्राउन होने तक तल लें और फिर प्लेट में निकाल लें। सभी बूंदी इसी तरह तैयार कर लेंगे।बूंदी को ठंडा होने पर उसे चाशनी में डाल दें साथ ही पिस्ते के कटे हुए टुकड़े भी। कुछ देर के लिए इन्हें कढ़ाई में ही छोड़ दें। अब थोड़ा सा बूंदी का मिश्रण हाथ में लेकर लड्डू बनाएं। तैयार से सरस्वती पूजा के लिए टेस्टी बूंदी के लड्डू।
Next Story