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Hartalika Teej: हरतालिका तीज पर पार्थिव शिवलिंग का पूजन माना गया है शुभ

Kavita Yadav
2 Sep 2024 7:38 AM GMT
Hartalika Teej: हरतालिका तीज पर पार्थिव शिवलिंग का पूजन माना गया है शुभ
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Hartalika Teej हरतालिका तीज: हिन्दू धर्म में हर साल हरतालिका तीज का पर्व बहुत ही धूमधाम से मनाया जाता है। इस दिन सुहागन महिलाएं day married women सेल श्रृंगार कर अपने पति की लंबी उम्र की कामना करती हैं तो वहीं कुंवारी लड़कियां भगवान से अच्छे वर की कामना करती हैं। इस दिन भगवान भोलेनाथ और माता पार्वती की विधि-विधान सहित पूजा की जाती है। वैसे तो इस पूजा के सभी स्थानों पर अलग-अलग नियम होते हैं लेकिन इस दिन अपने हाथों से मिट्टी का त्योहार बनाकर उसकी पूजा करना काफी शुभ माना जाता है। तो आज इसी तरह के पौराणिक शिवलिंग को बनाने का सही तरीका जानते हैं।

हरतालिका तीज पर पार्थिव पूजन का विशेष महत्व है। कहा जाता है कि माता पार्वती ने भी पार्थिव लिंग का निर्माण कर भगवान शंकर को पति रूप में प्राप्त करने के लिए तपस्या की थी। पौराणिक शिवलिंग का अर्थ होता है मिट्टी या बालू से निर्मित शिवलिंग। इसके लिए आप किसी भी नदी के किनारे या मंदिर जैसे पवित्र स्थल से मिट्टी ला सकते हैं। हालाँकि अगर आपके आस-पास ऐसी कोई सुविधा मौजूद नहीं है तो आप अपने गमले की शुद्ध मिट्टी से भी पौराणिक शिलालेख का निर्माण करा सकते हैं।

पौराणिक कथाओं का निर्माण भवन और मिट्टी दोनों की मदद ली जा सकती है। सबसे पहले मिट्टी या रेत को अच्छे से साफ कर लें। अब गंगाजल की मदद से इसे गंगाजल की तरह गूंथ लें। आप लिंग की मिट्टी में गोबर, भस्म, मुल्तानी मिट्टी, गुड़ का चूरा और मक्खन भी मिला सकते हैं। उदाहरण के लिए अच्छे से गूंथ लें। अब एक बेलपत्र के बीच में मिट्टी के बर्तन बनाना शुरू करें। आप कार्ड तो किसी भी छोटी बोतल की मदद से भी लिंग को आकार दे सकते हैं। अब धीरे-धीरे एक बेस तैयार करें और दोनों जोड़ों को शिलालेख का निर्माण करा लें। छोटी सी लोई को हाथों में लेकर एक सांप का आकार दे दिया और उसे लिवा पर लगा दिया। तो तैयार हो जाइये आपका पितृ विवाह।

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