- Home
- /
- अन्य खबरें
- /
- धर्म-अध्यात्म
- /
- इस विधि से करें पूजा,...
जनता से रिश्ता बेवङेस्क | ज्ञान और संगीत की देवी मां सरस्वती की आराधना का दिन बसंत पंचमी 2021 में बस कुछ ही दिन बाकी हैं. हर साल माघ के महीने की शुक्ल पक्ष की पंचमी तिथि को बसंत पंचमी मनाई जाती है. इस बार ये 16 फरवरी को पड़ रही है. बसंत पंचमी को माता सरस्वती के प्राकट्य दिवस के रूप में मनाया जाता है.
संगीत क्षेत्र से जुड़े लोगों और विद्यार्थियों के लिए ये दिन बेहद खास माना जाता है. मान्यता है कि इस दिन माता का विधिवत पूजन करने से मां सरस्वती (Maa Saraswati) का आशीर्वाद प्राप्त होता है और तरक्की के रास्ते खुलते हैं. लेकिन अगर आप वाकई सरस्वती मां का आशीर्वाद पाना चाहते हैं तो बसंत पंचमी के दिन कुछ कामों को भूलकर भी नहीं कीजिएगा.
1. बसंत पंचमी के दिन पीले रंग के कपड़े पहने जाते हैं क्योंकि ये रंग माता सरस्वती का पसंदीदा है, साथ ही बसंत ऋतु का भी यही रंग है. कहा जाता है कि पीले वस्त्र न पहनें तो कम से कम हाथ की कलाई पर पीला रुमाल जरूर बांध लें. अगर आप पीले वस्त्र नहीं पहन रहे हैं तो कम से कम काले रंग के वस्त्र बिल्कुल मत पहनिएगा. पीले रंग से कोई मिलता जुलता रंग पहन सकते हैं. लेकिन कलाई पर पीला रुमाल जरूर बांधें.
2. माता की पूजा के बाद दिन भर सात्विक भोजन करें. मांस, मदिरा और तामसिक भोजन न करें.
3. किसी से भी झगड़ा न करें. न ही किसी की बुराई या चुगली करें. शांति से मन में मां सरस्वती का ध्यान करें.
4. सुबह स्नान और पूजन से पहले कुछ न खाएं. पूजन तक व्रत रखें, उसके बाद प्रसाद खाकर व्रत खोल सकते हैं.
5. बसंत पंचमी के दिन पेड़ पौधों की कटाई वगैरह भी न करें. इससे पितृं को कष्ट पहुंचता है.
बेहद शुभ है इस बार की बसंत पंचमी
इस बार की बसंत पंचमी पर बेहद शुभ योग योग अमृत सिद्धि योग और रवि योग बन रहे हैं. वहीं इसे रेवती नक्षत्र में मनाया जाएगा. इन दो शुभ योग की वजह से बसंत पंचमी के दिन की महत्ता और अधिक बढ़ गई है .पंचमी तिथि 16 फरवरी की सुबह 03 बजकर 36 मिनट से शुरू होगी और अगले दिन 17 फरवरी को सुबह 5 बजकर 46 मिनट तक रहेगी. यानी 16 फरवरी को पूरा दिन आप कोई भी शुभ काम कर सकते हैं. हालांकि अति शुभ मुहूर्त सुबह 11ः30 से 12ः30 के बीच रहेगा.