धर्म-अध्यात्म

हर पेड़ की पूजा का अपना एक महत्व, मिलता है अलग-अलग फायदा

Kiran
9 Jun 2023 4:05 PM GMT
हर पेड़ की पूजा का अपना एक महत्व, मिलता है अलग-अलग फायदा
x
पेड़ों का हमारे जीवन और हिन्दू धर्म में बड़ा महत्व हैं। वातावरण में तो पेड़ हमें ऑक्सीजन रुपी जीवन प्रदान करते हैं और धर्म के हिसाब से पेड़ हमारी मनोकामना पूर्ण कर जीवन में खुशियाँ लेकर आते हैं। आपने हर घर में देखा होगा कि तुलसी का पेड़ तो लगाया ही जाता हैं। क्योंकि शास्त्रों में तुलसी को माता का दर्जा दिया गया हैं। इसी तरह हिन्दू शर्म में हर पेड़ का अपना महत्व हैं और विभिन्न पेड़-पौधों की पूजा से विभिन्न मनिकाम्नाओं की पूर्ती होरी हैं। तो आइये जानते हैं शास्त्रों में उल्लेखित पेड़ों के महत्व के बारे में।
* तुलसी
जिस घर में रोज़ तुलसी के पौधे की पूजा होती है, देवी लक्ष्मी उस घर को छोड़कर कहीं नहीं जाती। वहां हमेशा सुख-समृधि बनी रहती है।
* बरगद
इसे बड़ व वट वृक्ष भी कहते है। इसकी पूजा से महिलाओं का सौभाग्य अखंड रहता हैं व संतान संबंधी समस्याएं भी दूर होती है। ये बहुत ही पवित्र पेड़ है।
* अशोक
इस की पूजा से सभी प्रकार के रोग-शोक दूर होते हैं व पारिवारिक जीवन सुखी होता है। किसी विशेष कामना पूर्ति के लिए भी इसकी पूजा की जाती है।
* पीपल
हिन्दू धर्म में पीपल को पूजनीय वृक्ष माना गया है। इसकी पूजा करने से शनि दोष से मुक्ति मिलती है, साथ ही भगवान विष्णु की कृपा भी प्राप्त होती है।
* नीम
इसकी पूजा करने से कुंडली के सभी दोष दूर होते हैं व रोगों से छुटकारा भी मिलता है। परिवार में सुख-शांति बनी रहती है।
* आंवला
इस पेड़ की पूजा से देवी लक्ष्मी प्रसन्न होती हैं और पूजा करने वाले को धन संबंधी कोई समस्या नहीं होती। उसे हर क्षेत्र में सफलता मिलती है।
* केला
जिन लोगों की कुंडली में गुरु संबंधित दोष होते हैं, वे यदि इस पेड़ की पूजा करें तो उन्हें लाभ होता है। इसकी पूजा से विवाह के योग भी शीघ्र बनते हैं।
* लाल चन्दन
सूर्य से संबंधित गृह दोष दूर करने के लिए लाल चंदन के पेड़ की पूजा विधि-विधान से करनी चाहिए। इससे प्रमोशन होने के योग भी बनते हैं।
* बिल्व
इस पेड़ के पत्ते व फल भगवान शिव को अर्पित किए जाते हैं। इसकी पूजा से नौकरी में प्रमोशन के योग बनते हैं व अकाल मृत्यु से रक्षा होती हैं।
* शमी
इस पेड़ की पूजा से शत्रुओं पर विजय मिलती हैं व कोर्ट केस में सफलता मिलने के योग बनते हैं। दशहरे पर इसकी विशेष पूजा की जाती है।
Next Story