धर्म-अध्यात्म

आज के दिन इस मुहूर्त पर करें मां लक्ष्मी का पूजन, लगाएं केसरभात का भोग

Shiddhant Shriwas
4 Nov 2021 1:37 AM GMT
आज के दिन इस मुहूर्त पर करें मां लक्ष्मी का पूजन, लगाएं केसरभात का भोग
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दीपावली या दिवाली रोशनी का त्योहार है और साल के सबसे मनाए जाने वाले त्योहारों में से एक है।

दीपावली या दिवाली रोशनी का त्योहार है और साल के सबसे मनाए जाने वाले त्योहारों में से एक है। कार्तिक मास की अमावस्या का दिन दीपावली के रूप में पूरे देश में बडी धूम-धाम से मनाया जाता हैं। इसे रोशनी का पर्व भी कहा जाता है। हिंदू महाकाव्य रामायण के अनुसार, यह एक ऐसा दिन है जब भगवान राम, देवी सीता, लक्ष्मण और हनुमान 14 साल के वनवास के बाद अयोध्या लौटे थे। तब अयोध्या वासियों ने श्री रामचन्द्र के लौटने की खुशी में दीप जलाकर खुशियां मनायी थीं, इसी याद में आज तक दिवाली पर दीपक जलाए जाते हैं। दीपावली पर जुआ खेलने की भी प्रथा हैं। ऐसा माना जाता है जुआ खेलकर यह पता चलता है कि उनका पूरा साल कैसा रहेगा। इसके अलावा, यह भी माना जाता है कि देवी लक्ष्मी का जन्म दिवाली पर ब्रह्मांडीय महासागर (समुद्र मंथन) के मंथन के दौरान हुआ था। इस प्रकार, दिवाली पूजा के दौरान देवी लक्ष्मी सबसे महत्वपूर्ण देवता हैं।

दिवाली 2021 की तिथि

अमावस्या तिथि आरम्भ : 04 नवंबर प्रातः 06: 03 मिनट से

अमावस्या तिथि समाप्त: 05 नवम्बर प्रातः 02 :44 मिनट तक

लक्ष्मी पूजन मुहूर्त

सायं 06: 09 मिनट से रात 08: 20 मिनट तक

पूजन अवधि : 01 घंटे 55 मिनट

दिवाली की पूजन विधि

सबसे पहले पूजा का संकल्प लें।

उसके उपरान्त श्रीगणेश, लक्ष्मी, सरस्वती जी के साथ कुबेर का पूजन करें।

एकाक्षी नारियल या 11 कमलगट्टे पूजा स्थल पर रखें।

इसके उपरांत श्रीयंत्र की पूजा करें और उत्तर दिशा में उसे स्थापित करें।

देवी सूक्तम का पाठ करें।

मां लक्ष्मी का भोग

मां लक्ष्मी को प्रसन्न करने के लिए फलों में आप लक्ष्मी जी की पूजा में सिंघाड़ा,अनार, श्रीफल आदि अर्पित कर सकते हैं।

दिवाली की पूजा में सीताफल को भी रखा जाता है।

इसके अलावा दिवाली की पूजा में कुछ लोग ईख भी रखते हैं।

मिष्ठान में मां लक्ष्मी को केसरभात, चावल की खीर जिसमें केसर पड़ा हो, हलवा आदि भी बहुत पसंद हैं।

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