धर्म-अध्यात्म

मां दुर्गा की पूजा इन 5 शुभ मुहूर्तों में करें..... नोट कर लें पूजा- विधि, सामग्री की लिस्ट और महत्व

Bhumika Sahu
11 Dec 2021 3:06 AM GMT
मां दुर्गा की पूजा इन 5 शुभ मुहूर्तों में करें..... नोट कर लें पूजा- विधि, सामग्री की लिस्ट और महत्व
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धार्मिक मान्यताओं के अनुसार इस दिन विधि- विधान से मां दुर्गा की पूजा- अर्चना करने से व्यक्ति की सभी मनोकामनाएं पूरी हो जाती हैं और दुख- दर्द दूर हो जाते हैं। इस पावन दिन भक्त मां को प्रसन्न करने के लिए व्रत भी रखते हैं। आइए जानते हैं मासिक दुर्गाष्टमी पूजा- विधि, शुभ मुहूर्त, महत्व और सामग्री की पूरी लिस्ट-

जनता से रिश्ता वेबडेस्क। हर माह में शुक्ल पक्ष की अष्टमी पर मासिक दुर्गाष्टमी मनाई जाती है। मासिक दुर्गाष्टमी के दिन मां दुर्गा की विधि- विधान से पूजा- अर्चना की जाती है। मार्गशीर्ष माह में 11 दिसंबर को मासिक दुर्गाष्टमी पड़ रही है। धार्मिक मान्यताओं के अनुसार इस दिन विधि- विधान से मां दुर्गा की पूजा- अर्चना करने से व्यक्ति की सभी मनोकामनाएं पूरी हो जाती हैं और दुख- दर्द दूर हो जाते हैं। इस पावन दिन भक्त मां को प्रसन्न करने के लिए व्रत भी रखते हैं। आइए जानते हैं मासिक दुर्गाष्टमी पूजा- विधि, शुभ मुहूर्त, महत्व और सामग्री की पूरी लिस्ट-

मासिक दुर्गाष्टमी पूजा-विधि
इस दिन सुबह उठकर जल्गी स्नान कर लें, फिर पूजा के स्थान पर गंगाजल डालकर उसकी शुद्धि कर लें।
घर के मंदिर में दीप प्रज्वलित करें।
मां दुर्गा का गंगा जल से अभिषेक करें।
मां को अक्षत, सिन्दूर और लाल पुष्प अर्पित करें, प्रसाद के रूप में फल और मिठाई चढ़ाएं।
धूप और दीपक जलाकर दुर्गा चालीसा का पाठ करें और फिर मां की आरती करें।
मां को भोग भी लगाएं। इस बात का ध्यान रखें कि भगवान को सिर्फ सात्विक चीजों का भोग लगाया जाता है।
मासिक दुर्गाष्टमी का महत्व-
यह दिन मां दुर्गा को समर्पित होता है। इस दिन मां की पूजा- अर्चना करने से सभी मनोकामनाएं पूरी हो जाती हैं।
इस दिन मां की विधि- विधान से पूजा- अर्चना करने से घर में खुशहाली, सुख-समृद्धि और धन आता है।
मासिक दुर्गाष्टमी पूजा सामग्री की पूरी लिस्ट
लाल चुनरी
लाल वस्त्र
मौली
श्रृंगार का सामान
दीपक
घी/ तेल
धूप
नारियल
साफ चावल
कुमकुम
फूल
देवी की प्रतिमा या फोटो
पान
सुपारी
लौंग
इलायची
बताशे या मिसरी
कपूर
फल-मिठाई
कलावा
इन शुभ मुहूर्तों में करें पूजा- अर्चना-
ब्रह्म मुहूर्त- 05:15 ए एम से 06:09 ए एम
अभिजित मुहूर्त- 11:54 ए एम से 12:35 पी एम
विजय मुहूर्त- 01:58 पी एम से 02:39 पी एम
गोधूलि मुहूर्त- 05:15 पी एम से 05:39 पी एम
अमृत काल- 02:17 पी एम से 03:56 पी एम


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