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धर्म-अध्यात्म
सकट चौथ व्रत में महिलाएं न करें ये 4 काम, भगवान गणेश का मिलता है आशीर्वाद
Tulsi Rao
18 Jan 2022 6:31 PM GMT
सकट चौथ के बारे में मान्यता है कि इस व्रत को करने से संतान पर आने वाली हर प्रकार की बाधाओं को भगवान गणेश दूर कर देते हैं. लेकिन इस व्रत में महिलाओें को कुछ बात का विशेष ध्यान रखना चाहिए
जनता से रिश्ता वेबडेस्क। Sakat Chauth 2022: सकट चौथ का व्रत संतान की लंबी उम्र और सुख-समृद्धि के लिए रखा जाता है. हिंदू पंचांग के मुताबिक यह हर साल माघ कृष्ण चपुर्दशी के दिन पड़ता है. इस बार सकट चौथ का व्रत 21 जनवरी को रखा जाएगा. इस व्रत में महिलाएं पूरे दिन व्रत रखती हैं और शाम के समय भगवान गणेश की पूजा के बाद चंद्र दर्शन कर व्रत का पारण करती हैं. सकट चौथ के बारे में मान्यता है कि इस व्रत को करने से संतान पर आने वाली हर प्रकार की बाधाओं को भगवान गणेश दूर कर देते हैं. लेकिन इस व्रत में महिलाओें को कुछ बात का विशेष ध्यान रखना चाहिए.
व्रत के दौरान न पहने काले कपड़े
व्रत, पूजा और अनुष्ठान के दौरान काले रंग का वस्त्र पहनना निषेध माना गया है. ऐसे में 21 जनवरी को पड़ने वाले सकट व्रत के दौरान महिलाओं काले रंग के वस्त्र पहनने से परहेज करना चाहिए. सकट चौथ व्रत के दौरान महिलाओं को लाल या पीले रंग का कपड़ा पहनना शुभ होगा.
अर्घ्य के समय रखें खास ध्यान
सकट चौथ व्रत के दौरान भगवान गणेश की पूजा के बाद चंद्रमा को अर्घ्य दिया जाता है. इसलिए जल में चावल और दूध मिलाकर चंद्रमा को अर्घ्य देना शुभ फलदायी होता है. अर्घ्य देते समय इस बात का खास ध्यान रखना चाहिए कि जल के छींटे पैरों पर न पड़े.
अर्घ्य के बाद करें व्रत का पारण
करते हैं कि सकट चौथ का व्रत चंद्रमा को अर्घ्य देने के बाद भी पूरा होता है. ऐसे में गणेशजी की पूजा के बाद ही चंद्रमा को अर्घ्य देना चाहिए. इसलिए भूलकर भी बिना चंद्रमा को अर्घ्य दिए व्रत का पारण नहीं करना चाहिए.
भगवान गणेश को न चढ़ाएं तुलसी
धार्मिक ग्रंथों के मुताबिक भगवान गणेश की पूजा में उन्हें तुलसी का पत्ता अर्पित नहीं करना चाहिए. भगवान गणेश दूर्वा प्रिय है. इसलिए इन्हें दूर्वा दल अर्पित करना चाहिए
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