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आज 25 जून को पूरी दुनिया में विश्व विटिलिगो दिवस मनाया जा रहा है. इस वर्ष का थीम ‘विटिलिगो: भविष्य की ओर देखना’ (Vitiligo: Looking into the Future) है, पहले अभियान मुख्यालय की मेजबानी अलग-अलग विचारों वाले विभिन्न देशों द्वारा की गई है. इस वर्ष अभियान मुख्यालय की मेजबानी कजाकिस्तान कर रहा है. विश्व विटिलिगो दिवस पहली बार 2011 में मनाया गया था और तब से यह हर साल 25 जून को दुनिया भर में मनाया जाता है. विटिलिगो को सफेद दाग रोग भी कहा जाता है. सफेद दाग की बीमारी को लेकर देश में कई भ्रांतियां भी फैली हुई हैं.
विटिलिगो के शुरुआती लक्षण (World Vitiligo Day)
जब किसी व्यक्ति को विटिलिगो होता है तो शुरुआत में शरीर पर बहुत छोटे-छोटे सफेद धब्बे होते हैं.
विटिलिगो का सबसे पहले असर कोहनी, हाथ, पैर, चेहरे, होठों पर नजर आती है.
कुछ लोगों में विटिलिगो के शुरुआती लक्षण बालों पर भी दिखता है, ऐसे में लोगों के बालों का रंग सफेद होने लगता है.
अगर इस बीमारी की शुरुआत में ध्यान न दिया जाए तो यह तेजी से पूरे शरीर में फैलने लगती है.
विटिलिगो का इलाज
अगर शरीर पर विटिलिगो के लक्षण दिखाई दें तो तुरंत डॉक्टर से संपर्क करें और उचित सलाह के बाद इलाज शुरू करें.
विटिलिगो की समस्या को दवा और सर्जरी से ठीक किया जा सकता है.
सफेद दाग यानी विटिलिगो की बीमारी अनुवांशिक भी हो सकती है. कई बार देखा गया है कि अगर परिवार में किसी को सफेद दाग हो तो यह अगली पीढ़ी में भी फैल सकता है. विटिलिगो में शरीर की वे कोशिकाएं जो त्वचा का रंग बनाती हैं, नष्ट हो जाती हैं.
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