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वट सावित्री व्रत की पूजा में क्यों है लाल रंग खास, जानिए इसका महत्व
जनता से रिश्ता वेबडेस्क। Red color in Vat Savitri vrat 2022: हिंदू धर्म में किसी भी शुभ मौके पर लाल रंग (Red Color) का विशेष बहुत महत्व माना जाता है। फिर चाहे वो पूजा-पाठ के दौरान भगवान की मूर्ति के नीचे वस्त्र बिछाने की हो या सुहाग के रंग की हो या फिर अन्य शुभ कार्यों में प्रमुख रंगों के उपयोग की हो, सभी में लाल रंग का उपयोग ही सर्वश्रेष्ठ माना जाता है। इसलिए वट सावित्री व्रत के पूजन में भी अधिकतर महिलायें लाल रंग के वस्त्र को ही पहनती हैं। इसके साथ ही लाल चुन्नी, बिंदी, लाल चूड़ी और सिंदूर का भी इस दिन विशेष महत्त्व बताया गया है।
बता दें कि हिन्दू धर्म में लाल रंग के अलावा पीले और नीले रंग को विशेषता की प्रमुखता दी गई है। गौरतलब है कि इन्हीं तीन रंगों में हरा, केसरिया, नारंगी आदि रंग भी समाहित हैं। उल्लेखनीय है कि पंच तत्वों में से एक अग्नि की लौ में भी यही तीन मुख्य रंग नजर आने के जरिये भी इनके अहमियत को समझा जा सकता है। लेकिन बावजूद इसके लाल रंग को शुभ कार्यों हेतु विशेष दर्ज़ा प्राप्त है।
गौरतलब है कि दुल्हन का शुभ जोड़ा विशेषतः लाल रंग का ही होता है। ऐसा क्यों ये प्रश्न अभी भी अगर परेशान कर रहा है तो आइये जानते हैं लाल रंग की क्या खात बातों को :