धर्म-अध्यात्म

राखी बांधते समय तीन गांठ लगाना क्यों है जरूरी, जाने

Subhi
4 Aug 2022 2:57 AM GMT
राखी बांधते समय तीन गांठ लगाना क्यों है जरूरी, जाने
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भाई बहन के रिश्ते को सेलिब्रेट करने के लिए हिंदू धर्म में रक्षाबंधन का पर्व मनाया जाता है. इस दिन बहनें अपने भाइयों की कलाई पर राखी बांधती हैं और उनकी लंबी उम्र की कामना करती है.

भाई बहन के रिश्ते को सेलिब्रेट करने के लिए हिंदू धर्म में रक्षाबंधन का पर्व मनाया जाता है. इस दिन बहनें अपने भाइयों की कलाई पर राखी बांधती हैं और उनकी लंबी उम्र की कामना करती है. वहीं, भाई बहन की रक्षा करने वचन देता है. कहने को तो यह भाई-बहन का त्योहार है, लेकिन इसको मनाते समय भी कुछ खास बातों का ध्यान रखना जरूरी है. आइए जानते हैं, क्या हैं वह अहम बातें.

बांधें तीन गांठ

रक्षाबंधन के दिन जब बहनें अपने भाईयों की कलाई पर राखी बांधती हैं तो उस समय गांठ बांधते समय इन बातों का ध्यान रखना बेहद जरूरी है. क्या आपने राखी बांधते समय यह सोचा है कि कलाई पर कितनी गांध बांधनी चाहिए. कुछ को तो इस बारे में पता होगा, कुछ को नहीं. राखी बांधते समय कलाई पर राखी की तीन गांठें बांधनी चाहिए.

भगवानों से है संबंध

राखी बांधते समय कलाई पर गांठ बांधते का धार्मिक महत्व है. कलाई पर बांधीं जाने वाली तीन गांठों का संबंध भगवानों से होता है. यानी कि ब्रह्मा, विष्णु और महेश. हर गांठ इन भगवानों के नाम पर समर्पित होती है. वहीं, तीन गांठों को शुभ भी माना जाता है.

भाई-बहनों के लिए भी है खास

ऐसा माना जाता है कि कलाई पर बांधे जाने वाली गांठों का संबंध भाई और बहस से भी है. राखी की पहली गांठ भाई की लंबी आयु के लिए, दूसरी गांठ बहन की लंबी आयु के लिए, तीसरी गांठ भाई बहन के रिश्ते में मिठास लाने और सुरक्षित रखने के लिए बांधी जाती है.

तारीख को लेकर कन्फ्यूजन

वैसे तो रक्षाबंधन श्रावण शुक्ल पूर्णिमा को मनाया जाता है, लेकिन इस साल रक्षाबंधन की तारीख को लेकर लोगों के बीच कन्फ्यूजन है. ज्योतिष शास्त्र के मुताबिक, इस साल रक्षाबंधन पर्व 11 अगस्त 2022 को पड़ने जा रहा है. जिसमें अपराह्न व्यापिनी पूर्णिमा में भद्रा दोष बना हुआ है. पंचांग के अनुसार 11 अगस्त 2022 को सूर्योदय के साथ चतुर्दशी तिथि रहेगी और इस दिन सुबह 10:58 से पूर्णिमा तिथि शुरू हो जाएगी, जिसके साथ भद्रा भी लग जाएगी, जो रात 08:50 बजे तक रहेगी.

इस समय बांधें राखी

शास्त्रों में भद्राकाल में श्रावणी पर्व को मनाने के लिए निषेध किया गया है. ऐसे में रात 8:50 के बाद ही राखी बांधना शुभ रहेगा. हालांकि, हिंदू मान्यताओं के अनुसार, सूर्यास्त के बाद राखी बांधना वर्जित है. इ स कारण से 12 अगस्त को राखी का त्योहार शुभ माना जा रहा है. 12 अगस्त शुक्रवार को पूर्णिमा तिथि सुबह 7 बजकर 17 मिनट तक ही है.


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