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धर्म-अध्यात्म
साल में दो बार मनाई जाती है हनुमान जयंती जाने क्यों
Apurva Srivastav
3 April 2023 5:54 PM GMT
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हिंदू धर्म में हनुमान जयंती (Hanuman Jayanti 2023) का विशेष महत्व माना गया है. इस पर्व को देशभर में बड़ी ही धूमधाम के साथ मनाया जाता है. हनुमान जी में आस्था रखने वाले लोग इस पर्व का बड़ी ही बेसब्री से इंतजार करते हैं. गौरतलब है कि हनुमान जयंती को हनुमान जी के जन्मोत्सव के रूप में मनाया जाता है. इस साल हनुमान जयंती 6 अप्रैल 2023, को मनाई जाएगी. आपको बता दें कि हनुमान जयंती (Hanuman Jayanti 2023 Reason) साल में दो बार पड़ती हैं. साल की पहली हनुमान जयंती (Hanuman Jayanti 2023) चैत्र मास की पूर्णिमा तिथि के दिन मनाई जाती है और वहीं दूसरी कार्तिक मास की कृष्ण पक्ष की चतुर्दशी तिथि को मनाई जाती हैं. तो चलिए आपको बताते हैं कि इसके पीछे वजह क्या है.
आपको बता दें कि अगर साल में दो बार हनुमान जंयती (Hanuman Jayanti 2023) मनाने की बात करें, तो एक तिथि पर विजय अभिनन्दन महोत्सव के रूप में, जबकि दूसरी तिथि को जन्मदिवस के रूप में हनुमान जंयती मनाए जाने की परंपरा है.
पहली हनुमान जयंती कब पड़ती है?
पौराणिक कथा के अनुसार, पहली तिथि के जब बाल हनुमान ने इस दिन सूर्य को आम समझ कर उन्हें खाने के लिए दौड़े थे, और आकाश में उड़ने लगे. उसी दिन राहु भी सूर्य पर ग्रहण लगाना चाहते थे, लेकिन हनुमान जी को देखकर सूर्यदेव ने उन्हें दूसरा राहु समझ लिया. इस दिन चैत्र माह की पूर्णिमा का दिन था.
दूसरी हनुमान जयंती कब पड़ती है?
आपको बता दें कि सीता मां ने हनुमान जी की भक्ति और समर्पण को देखकर उनको अमर होने का वरदान दिया था. इस दिन नरक चतुर्दशी का अवसर था, जो कि दिवाली से एक दिन पहले मनाई जाती है. अर्थात चैत्र महीने में हनुमान जी का जन्म हुआ था. चतुर्दशी तिथि पर हनुमानजी का जन्म कार्तिक मास की कृष्ण पक्ष की चतुर्दशी को मंगलवार के दिन, स्वाति नक्षत्र और मेष लग्न में हुआ था.
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Apurva Srivastav
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