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धर्म-अध्यात्म
शाम के समय पीपल के वृक्ष के नीचे दीया क्यों जलाया जाता है
Apurva Srivastav
14 Jun 2023 5:47 PM GMT
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हिन्दू धर्म में पूजाघर और मंदिर में दीपक जलाने की परंपरा है। इसी के साथ ही वृक्ष के नीचे दीपक जलाना भी शुभ माना जाता है। हर जगह दीया जलाने के प्रभाव और लाभ भी अलग-अलग है। दीपक की बत्ती कैसी होना चाहिए और दीपक में घी डालें या तेल यह भी जानना जरूरी है ।आओ जानते हैं कि शाम के समय पीपल के वृक्ष के पास या शिवजी के मंदिर में दीपक जलाने से क्या होता है।
पीपल के पास दीपक प्रज्वलित करें :
शनिवार या अमावस्या को पीपल के पेड़ के नीचे शाम के घी का दीपक जलाने से जहां श्रीहरि विष्णु एवं माता लक्ष्मी की कृपा प्राप्त होती हैं, वहीं इससे आर्थिक तंगी दूर होगी। इसके साथ ही सरसो के तेल का दीपक जलाने से भगवान शनिदेव प्रसन्न होते हैं और इस कार्य से पितृरों को भी कृपा प्राप्त होती है। 41 दिनों तक लगातार दीपक जलाने से सभी तरह की मनोकामना पूर्ण होती है।
शिव मंदिर में प्रज्वलित करें दीपक :
एक कथा के अनुसार ही शाम के समय शिव मंदिर में घी का दीपक लगाने वाले व्यक्ति को अपार धन-संपत्ति एवं ऐश्वर्य की प्राप्ति होती हैं।
अत: नियमित रूप से शाम को या रात्रि के समय किसी भी शिवलिंग के समक्ष दीपक लगाना चाहिए।
यदि दीपक 8 या 12 मुखी है तो इससे शिव कृपा और अक्षय पुण्य की प्राप्ति होती है। साथ ही सभी समस्याओं का अंत होता है।
दीपक लगाते समय 'ॐ नम: शिवाय' मंत्र का जप करना चाहिए।
मंदिर मेंर दीपक को भगवान की प्रतिमा के सामने रखें।
यदि घी का दीपक हो तो बाएं साइड और तेल का हो तो दाईं ओर रखना चाहिए।
घी के दीपक में रुई और तेल के दीपक में लाल बत्ती का उपयोग करना चाहिए
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Apurva Srivastav
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