धर्म-अध्यात्म

MahaKumbh 12 साल बाद ही क्यों लगता है?, जाने वजह

Tara Tandi
9 Dec 2024 9:56 AM GMT
MahaKumbh 12 साल बाद ही क्यों लगता है?, जाने वजह
x
MahaKumbh ज्योतिष न्यूज़: महाकुंभ के आयोजन की तैयारियां जोरों शोरों पर चल रही है और इसे लेकर लोगों में काफी उत्साह भी देखने को मिल रहा है आपको बता दें कि यूपी यानी उत्तर प्रदेश के प्रयागराज में 12 वर्षों के बाद साल 2025 में महाकुंभ का आयोजन किया जा रहा है। इस बार महाकुंभ में 40 से 45 करोड़ श्रद्धालुओं और भक्तों के आने का अनुमान लगाया जा रहा है। जिसे देखते हुए सुविधाओं के इंतजाम भी उसी स्तर से
किए जा रहे हैं।
पंचांग के अनुसार इस बार महाकुंभ का मेला पौष पूर्णिमा से आरंभ होकर महाशिवरात्रि तक चलेगा। प्रयागराज में इससे पहले साल 2013 में महाकुंभ मेले का आयोजन किया गया था। लेकिन इस बार लगने जा रहे महाकुंभ मेला उससे भी कहीं अधिक दिव्य और विराट होने वाला है। क्योंकि इस महाकुंभ की तैयारियों पर स्वयं पीएम मोदी और सीएम योगी की नजरें बनी हुई हैं तो आज हम आपको अपने इस लेख द्वारा महाकुंभ की विशेष तिथियों के साथ ही बताने जा रहे हैं यह भव्य मेला 12 वर्षों बाद ही क्यो लगता है तो आइए जानते हैं।
12 वर्षों में बाद ही क्यों लगता है महाकुंभ—
आपको बता दें कि महाकुंभ का भव्य मेला हर 12 साल में एक बार लगता है इसकी बड़ी वजह धार्मिक मान्यता है जिसके अनुसार कुंभ की उत्पत्ति समुद्र मंथन की पौराणिक कथा से जुड़ी है। बताया जाता है कि जब देवता और असुरों ने मिलकर मंथन किया था उस वक्त जो अमृत निकला। इस अमृत को पीने के लिए दोनों पक्षों में युद्ध हुआ। यह युद्ध पूरे 12 दिनों तक चला था। कहते हैं कि यह 12 दिन पृथ्वी पर 12 सालों के बराबर थे। इसलिए कुंभ का मेला 12 साल में एक बार आता है।
वही इससे जुड़ी दूसरी मान्यता है कि समुद्र मंथन में अमृत के छींटे 12 स्थान पर गिरे थे इनमें से चार पृथ्वी पर थे। यही कारण हे कि इन चार स्थानों पर ही महाकुंभ का मेला हर बार लगता है। वहीं कुछ ज्योतिषों का मानना है कि गुरु बृहस्पति ग्रह 12 साल में 12 राशियों का चक्कर लगाते हैं। इसलिए कुंभ मेले का आयोजन भी उस समय होता है जब गुरु बृहस्पति ग्रह किसी विशेष राशि में होते हैं।
कब से कब तक चलेगा महाकुंभ मेला—
आपको बता दें कि इस बार प्रयागराज महाकुंभ पौष पूर्णिमा यानी की 13 जनवरी 2025 से आरंभ होगा। जो कि महाशिवरात्रि यानी 26 फरवरी तक चलेगा। इस बार के महाकुंभ में शादी स्नान की कुल 6 तिथियां होंगी। जिसमें साधु संतों के अखाड़े स्नान करेंगे इस दौरान महाकुंभ में सबसे अधिक भीड़ देखने को मिलती है।
Next Story