धर्म-अध्यात्म

Religion Spirituality: रथ यात्रा से पहले भगवान जगन्नाथ क्यों होते हैं बीमार?

Kanchan
25 Jun 2024 11:28 AM GMT
Religion Spirituality: रथ यात्रा से पहले भगवान जगन्नाथ क्यों होते हैं बीमार?
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Religion Spirituality: वर्ष 2024 में जगन्नाथ Jagannathरथ यात्रा की शुरुआत 07 जुलाई से हो रही है। भगवान जगन्नाथ रथ यात्रा से 15 दिन पहले जगन्नाथ मंदिर के कपाट बंद कर दिए गए हैं क्योंकि भगवान जगन्नाथ बीमार हो गए हैं। क्या आप जानते हैं कि आखिरकार हर साल रथ यात्रा से पहले भगवान जगन्नाथ बीमार क्यों होते हैं ओडिशा के पुरी में भगवान जगन्नाथ रथ यात्रा का आयोजन किया जाता है। यह त्यौहार हर साल आषाढ़ माह के शुक्ल पक्ष की द्वितीया तिथि पर मनाया जाता है। यात्रा में देश-विदेश से अधिक संख्या में लोग शामिल होते हैं। इस दौरान यहां पर बेहद शानदार नजारा देखने को मिलता है। यात्रा में तीन विशाल रथों पर भगवान जगन्नाथ, बलभद्र जी और देवी सुभद्रा विराजमान होते हैं। सबसे आगे भगवान बलभद्र और बीच में बहन
सुभद्रा
जी और सबसे पीछे भगवान जगन्नाथJagannath जी का रथ चलता है। इस दौरान लोग प्रभु के दर्शन के लिए बेसब्री से प्रतीक्षा Waitकरते हैं। यात्रा के दौरान भगवान जगन्नाथ, बलभद्र जी और देवी सुभद्रा रथ पर विराजमान अपनी मौसी के घर जाते हैं। जहां वह सात दिन तक रुके रहते हैं। इसके बाद वह वापस आते हैं। यह परंपरा हर साल निभाई जाती है। पौराणिकMythical कथाओं के अनुसार, एक बार भगवान श्री कृष्ण की बहन सुभद्रा और भाई बलराम के साथ अपनी मौसी के घर पुरी गए थे, तो उन्होंने वहां पर स्नान किया, जिसके बाद वे तीनों भाई-बहन बीमार पड़ गए। इसके बाद उनके इलाज के लिए राज नाम के वैद्य को बुलाया गया, जिसके बाद वह 15 दिन में सही हो गए। इसके बाद तीनों भाई-बहन नगर के भ्रमण के लिए निकले। बस हर साल इस परंपरा को निभाया जाता है। पंचांग के अनुसार, आषाढ़ माह के शुक्ल पक्ष की द्वितीया तिथि की शुरुआत 07 जुलाई, 2024 को सुबह 04 बजकर 26 मिनट पर होगी। वहीं, इसका समापन 08 जुलाई, 2024 को सुबह 04 बजकर 59 मिनट पर होगा। ऐसे में जगन्नाथ रथ यात्रा की शुरुआत 07 जुलाई से हो रही है।
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