धर्म-अध्यात्म

हनुमान जी को क्‍यों पसंद है सिंदूर? जानें इसका धार्मिक महत्व

Tulsi Rao
16 April 2022 6:08 AM GMT
हनुमान जी को क्‍यों पसंद है सिंदूर? जानें इसका धार्मिक महत्व
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मान्‍यता है कि हनुमान जी को सिंदूर चढ़ाने से वे जल्‍दी प्रसन्‍न होते हैं और सारे कष्‍ट दूर करके मनोकामनाएं भी पूरी करते हैं.

जनता से रिश्ता वेबडेस्क | Offer Sindoor to Hanuman Ji on Janmotsav 2022: आज पूरे देश में जोर-शोर से हनुमान जन्‍मोत्‍सव मनाया जा रहा है. हनुमान जी की पूजा-अर्चना हो रही है, उन्‍हें उनकी पसंद का भोग और चोला चढ़ाया जा रहा है. हनुमान जी को सिंदूर प्रमुख तौर पर चढ़ाया जाता है क्‍योंकि उन्‍हें सिंदूर बेहद प्रिय है. मान्‍यता है कि हनुमान जी को सिंदूर चढ़ाने से वे जल्‍दी प्रसन्‍न होते हैं और सारे कष्‍ट दूर करके मनोकामनाएं भी पूरी करते हैं.

हनुमान जी को क्‍यों पसंद है सिंदूर?
पवनपुत्र हनुमान जी को सिंदूर बेहद पसंद है. इसके पीछे एक पौराणिक कथा है. हनुमान जी की भगवान राम के प्रति अगाध प्रेम और भक्ति मशहूर है. वह अपने प्रभु श्रीराम को प्रसन्न करने का कोई भी अवसर नहीं गंवाते थे. इसी से जुड़ी एक घटना लंका विजय के बाद की है. यही घटना हनुमान जी के सिंदूर प्रेम की वजह बनी.
दरअसल, लंका विजय के जब भगवान राम अयोध्‍या वापस लौटे तो हनुमान जी भी उनके साथ आए. एक दिन उन्‍होंने माता सीता के सिंदूर को देखकर पूछा कि वो अपने माथे पर सिंदूर क्‍यों लगाती हैं. तब माता सीता ने प्रसन्‍न होकर बताया कि ये उनके सुहाग की निशानी है और इसे देखकर प्रभु श्रीराम भी बहुत प्रसन्न होते हैं. बस, यह सुनकर हनुमान जी ने ठान लिया कि वे भी आज से सिंदूर लगाएं.
पूरे शरीर पर लपेट लिया सिंदूर
हनुमान जी ने प्रभु श्रीराम को प्रसन्न करने के लिए न केवल सिंदूर लगाने का फैसला किया, बल्कि उन्‍होंने सोचा कि माता सीता तो थोड़ा सा ही सिंदूर लगाती हैं, मैं अपने पूरे शरीर पर ही सिंदूर लगा लेता हूं इससे तो श्रीराम बहुत ही प्रसन्‍न हो जाएंगे. इसके बाद हनुमान जी ने बड़े प्रेम से अपने पूरे शरीर पर सिंदूर लगा लिया और राम दरबार में पहुंच गए. उनका ऐसा रूप देखकर सब हंसने लगे लेकिन जब इसके पीछे की वजह जानी तो भगवान राम ने प्रसन्‍न होकर हनुमान जी को गले लगा लिया. इसलिए सिंदूर चढ़ाने से हनुमान जी बहुत जल्‍दी प्रसन्‍न होते हैं क्‍योंकि ये भगवान राम को प्रिय है.


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