धर्म-अध्यात्म

देव उठानी एकादशी क्यों मनाते हैं, जानिए व्रत से मिलता है अनन्त फल

Bhumika Sahu
11 Nov 2021 4:36 AM GMT
देव उठानी एकादशी क्यों मनाते हैं, जानिए व्रत से मिलता है अनन्त फल
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उत्तर भारत के राज्यों में कई भक्त तुलसी विवाह या भगवान शालिग्राम और पवित्र तुलसी के पौधे का विवाह करते हैं. इस दिन मंदिरों की सजावट की जाती है. इस साल देवउठनी एकादशी 14 नवंबर, रविवार को मनाई जाएगी.

जनता से रिश्ता वेबडेस्क। दीपावली के ठीक बाद देवउठनी एकादशी को मनाया जाता है. देवउठनी एकादशी का हिंदू धर्म में एक खास महत्व है. इस साल 14 नवंबर 2021 को देवउठनी एकादशी है, जिसे देवोत्थान एकादशी, देव प्रभोदिनी एकादशी, देवउठनी ग्यारस ( dev uthani gyaras 2021 date ) के नाम से भी जाना जाता है. इस दिन से विवाह, गृहप्रवेश, जातकर्म संस्कार आदि सभी कार्य प्रारंभ हो जाते हैं.

देवउठनी एकादशी के लिए कहते हैं कि सोए हुए भगवान इसी दिन जानते हैं. इतना ही नहीं भगवान को प्रसन्न करने के लिए व्रत भी रखा जाता है.इस एकादशी तिथि के साथ, चतुर्मास अवधि, जिसमें श्रावण, भाद्रपद, अश्विन और कार्तिक महीने शामिल हैं, समाप्त हो जाती है. ऐसा माना जाता है कि भगवान विष्णु शयनी एकादशी को सोते हैं और इस दिन जागते हैं. इस प्रकार, इसे देवउठना या प्रबोधिनी कहा जाता है.
देव उठानी एकादशी शुभ मुहूर्त
एकादशी तिथि 14 नवंबर 2021 – सुबह 05:48 बजे शुरू होगी
एकादशी तिथि 15 नवंबर 2021 – सुबह 06:39 बजे खत्‍म होगी
पाप हो जाते हैं नष्ट
कहते हैं जो भी लोग एकादशी के व्रत को श्रद्धा भाव से करता है उसके सभी अशुभ संस्कार नष्ट हो जाते हैं और मोक्ष की प्राप्ति होती है.
तुलसी पूजा
सबसे अहम बात है कि इसी दिन भगवान शालीग्राम के साथ तुलसी मां का आध्यात्मिक विवाह भी होता है. लोग घरों में और मंदिरों में ये विवाह करते हैं.इस दिन तुलसी की पूजा का महत्व है. शालीग्राम और तुलसी की पूजा से पितृदोष का शमन होता है.
विष्णु पूजा
इस दिन भगवान विष्णु की पूजा का विशेष महत्व बताया गया है. अगर इस दिन कोई पूजा पाठ ना करके केवल "ॐ नमो भगवते वासुदेवाय नमः "मंत्र का जाप करते हैं तो भी लाभ मिलता है.
चंद्र दोष दूर होता है
जिन भीलोगों की कुंडली में चंद्रमा की कमजोर होती है, उनको जल और फल खाकर या निर्जल एकादशी का उपवास जरूर रखना चाहिए. इससे चंद्र देव प्रसन्न होते हैं, और उसका चंद्र सही होकर मानसिक स्थिति भी सुधर जाती है.
गन्ने का महत्व
इस दिन रात में घरों में चावल के आटे का चौक बनाकर उसपर गन्ने से पूजा की जाती है. कहते हैं जिस घर में ये पूजा होती है उस पर भगवान विष्णु की कृपा बनी रहती है.


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